नवांकुर पौधा इसके उपर रंग-बिरंगे सुंदर फूल खिले, बैठे खगों के सुंदर मीठे स्वर वातावरण में मिश्री घोले। कोंपल से किसलय फिर तरुण अवस्था में मानो बोले, कुदरत का मानते…
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Through Padyapankaj, Teachers Of Bihar give you the chance to read and understand the poems and padya of Hindi literature. In addition, you can appreciate different tastes of poetry, including veer, Prem, Raudra, Karuna, etc.
मौसम- जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
मनहरण घनाक्षरी छंद रोज दिन पल-पल, मौसम बदल रहा, सेंकने को मन करे, बैठ खिली धूप को। जो रहेंगे सावधान, नहीं होंगे परेशान, निकलें परख कर, मौसम के रूप को।…
गीतिका – सुधीर कुमार
गीत छंद – गीतिका मात्रा — १४ २१२२ २१२२ , २१२२ २१२२ छोड़ दो तकरार सारे , प्रेम से कुछ बात कर लो । लड़ चुके हैं हम बहुत ही…
हवा में वासंतिक महक- सुरेश कुमार गौरव
खिल उठते चहुंओर फूल, सुंदर महक पलाश के प्रकृति ने फगुई फाल्गुन को,खूब लाया तलाश के। प्रेम यौवन का मधुमास, यह फाल्गुन ही बतलाती हवा में वासंतिक महक से, सरसों…
हमारा मुल्क- जयकृष्णा पासवान
सोना था सोनाली कितनी, मुल्क हमारा परम निशान। देश में आकर बिखर गया, अंग्रेजी शासन का ऐलान।। सब भेदों से जाल गिराकर, फसा दिया भोला इंसान। सताने लगी अंग्रेजी बोली,…
नहीं परेशान हों- एस.के.पूनम
विद्या:-मनहरण घनाक्षरी🌹 शीत का शीलन घटे, ऊर्जा का प्रवाह बढ़े, खेत-खलिहान सजे,सुखद किसान हो। गेहूं की बालियां झुमे, खर-पतवार दिखे, हसुआ लेकर काटे,यही परवान हो। समीर बदला रूप, उष्णता शीतल…
आन बान आउर शान बा- विवेक कुमार
आन बान आउर शान बा, तिरंगा हम्मर जान बा, मर जाईब, मिट जाईब, इसकी खातिर दुनिया से भी लड़ जाईब, सर पे कफ़न हाथ में कलम की धार बा, सच्चाई,…
सर्दी – अनुप्रिया
गर्मी दीदी के जाते ही सर्दी रानी आयी। हमें सताती हमें डराती रौब जमाती आयी। हमें बचाने को हैं उनसे रजाई भाई आये। उनके पोते स्वेटर-मफलर भी तशरीफ लाये। फिर…
सुनैय तबनह- जयकृष्णा पासवान
हमरो बतिया सुनैय तबनह, आपन गीत गबैय छै । गांव के मुखिया वार्ड कमिश्नर मोच पे तांव दिखाबैय छै ।। गांव के विकास घुरी घुरी क, गली कुची हटाबैय छै।…
प्रेम बड़ा अनमोल रतन है-मीरा सिंह “मीरा
प्रेम से हुआ जग रोशन हैं जीवन लगता सुखद सपन है। दुनिया लगती बहुत सुहानी प्रेम बड़ा अनमोल रतन है।। करें जहां पर प्रेम बसेरा दूर वहां से दुख का…