बेटी हूँ मैं बेटी बेटी हूँ मैं बेटी! मुझको भी तू जीने दे, मत मार मुझे अपने कोख में। इस दुनिया में मुझको भी सांसे लेने दे।। मैं भी हूँ…
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Through Padyapankaj, Teachers Of Bihar give you the chance to read and understand the poems and padya of Hindi literature. In addition, you can appreciate different tastes of poetry, including veer, Prem, Raudra, Karuna, etc.
जीवन पथ-गौतम भारती
जीवन पथ पता नहीं हम किसके बल से, जीवन जीते जाते हैं । डगर डगर पर रोड़ा पत्थर, फिर भी दौर लगाते हैं।। चंद दिनों का जीवन सबका फिर…
धरा-रुचि सिन्हा
धरा उठा तो पहले भी किया करती थी पर जागती तो अब हूँ । हर रोज देखा करती थी तेरी खूबसूरती हे! धरा पर निहारती तो तुझे अब हूँ। कई…
प्यारी बच्ची-खुशबू कुमारी
प्यारी बच्ची एक बच्ची है प्यारी सी चाहती है वो पढ़ना पंख लगा कर उड़ना। कुछ करना चाहती है जीवन में खुशियाँ लाना चाहती है, अपने घर के आंगन में।…
मानवता-एम. एस. हुसैन
मानवता मानवता हमें सिखाती है, जन कल्याण की बात करो। स्वार्थ का न तुम पकड़ो हाथ, सेवा सबकी निःस्वार्थ करो । फंसो न धर्म के चक्कर में तुम मानव-मानव सब…
उम्मीद का दामन थाम के-प्रियंका प्रिया
उम्मीद का दामन थाम के है हौसला जब तक हर काम करना है, उम्मीद का दामन मुझे यूं थाम चलना है।। इम्तिहान कैसी भी हो कोशिश से हर मुकाम चढ़ना…
खेल खेल में सीखें-अशोक कुमार
खेल खेल में सीखें विद्या से मिले विनय और व्यवहार, वृत्त का क्षेत्रफल पाई आर स्क्वायर। करो सभी से दोस्ती एवं प्यार, वृत की परिधि 2 पाई आर। गणित की…
सावन2020-रीना कुमारी
सावन 2020 सावन में जब बादल छाये। गीत खुशी से हमने गाये।। सावन आया, सावन आया। बादल छाया, बादल छाया।। रिम झिम-रिम झिम बरसे पानी। झिम झिम-झिम झिम बरसे पानी।।…
कंप्यूटर-शुकदेव पाठक
कंप्यूटर एक सपना था अनोखी, निराली हुआ जीवंत हुई अनंत खुशहाली। इसे देखकर मन हुआ उमंग इससे करना था कार्य अनंत।। सन 1822 की है बात पास्कल की…
मैं और मेरे मित्र-शशिधर उज्ज्वल
मैं और मेरे मित्र एक मित्र बोले- “शशिधर” तुम किस चक्की के खाते हो? इस महंगाई के आलम में भी, कद क्यों बढ़ाए जाते हो? मैंने बोला- “क्या रखा है…