कुछ तो कहें कई दिन हुए कुछ कहा नहीं एक युग हुआ कुछ सहा नहीं आदि हैं कुछ ना कहने का चुपचाप सब देखते रहने का। किसी और के शुरू…
Category: padyapankaj
Through Padyapankaj, Teachers Of Bihar give you the chance to read and understand the poems and padya of Hindi literature. In addition, you can appreciate different tastes of poetry, including veer, Prem, Raudra, Karuna, etc.
मैथ्स फोबिया(गणित भय)-नसीम अख्तर
मैथ्स फोबिया गणित भय कर्म को जो पथ दिखाया, प्राण उस पर चल रहे हैं, गुरुवर के संग-संग हम गणित में बढ़ रहे हैं। Hexagon, Pentagon नींद में देता हमें…
धीरज का बल-ब्रजराज चौधरी
धीरज का बल सामने जब हो विकट समस्या मौत सी संकट आन खड़ी हो, धीरज का बल कभी ना खोना मौत से डरकर तुम ना रोना । दिमाग़ के होते…
जल ही जीवन-अशोक कुमार
जल ही जीवन जल ही जीवन है, इसके बिना जीवन निराधार। आओ मिलकर करे, जल न हो बेकार। जल जीवो को जीतना जरूरी, पेड़-पौधो को भी उतनी ही जरुरी।…
दर्पण की अदाकारी-प्रियंका प्रिया
दर्पण की अदाकारी सोलह श्रृंगार कर जब दर्पण सम्मुख इतराते सब, सुन तारीफें खुद की मन ही मन इठलाते सब।। दूसरों के सामने झूठ बोलने से नहीं कोई कतराते जब,…
एहसान-स्वाति सौरभ
एहसान उपहार में मिली कार आप पर एहसान होती है पुरस्कार में मिली कलम आपकी पहचान होती है सौदे से मिली शोहरत,आप पर एहसान होती है मेहनत से मिली सम्मान,…
पोषण-अशोक कुमार
पोषण गेहू,चावल,आलू,मक्का, नित्य भोजन करो इसका पक्का। कार्बोहाइड्रेट के है ये भंडार, मिलती है ऊर्जा आपार। रजमा,दाल और सोयाबिन, मिलती है इसमे प्रोटीन। जब थाली मे होगे ये प्रतिदिन, तभी…
हर सुबह-विजय सिंह “नीलकण्ठ”
हर सुबह अरुण सी आभा लिए सूरज निकलता हर सुबह कलियाँ भी मुस्काती हुई खिल जाती है हर सुबह। चिड़ियाँ खुशी में झूम कर नाचा करती हर सुबह पशुजात…
भविष्य निर्माता-एम. एस. हुसैन
भविष्य निर्माता हम शिक्षक है देश के नहीं किसी बच्चे विशेष के नहीं हमारा कोई हीत हितैषी मेरी नजरे सब पर होती एक जैसी। जब यहां पर सारे बच्चे हैं…
ग्राम्य जीवन-प्रियंका प्रिया
शीर्षक- ग्राम्य जीवन ग्राम्य जीवन की पृष्ठभूमि को भूल गए सभी आज, गोबर, उपले, माटी अंगना से करते थे आगाज़।। निश्छल,निर्मल, अपनत्व भाव से करते थे सत्कार, जीव-जंतु सभी की…