देश की आजादी को अगर अक्षुण्ण बनाए रखना है। तो सोच-समझ व जाँच-परखकर नेता को हमें चुनना है।। अपनी पिछली पीढियों के त्यागों का मान यदि रखना है। तो उठो…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
पुस्तक – सुरेश कुमार गौरव
पुस्तक सच में ज्ञान का भंडार होती है सतत् शिक्षा ज्ञान रुपी बहती गंगा होती है! बचपन में पहली पुस्तक जब हाथ में आया ज्ञान की पहली सीढ़ी वर्णमाला से…
शिक्षा – गौतम भारती
शिक्षा क्या है??? शिक्षा ?? शिक्षा एक संस्कार है कुशलता का व्यवहार है ज्ञानों का भंडार है घर -घर का त्योहार है बुजुर्गों का उद्गार है और जीवन का शृंगार…
मिशन दक्ष – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या
मिशन दक्ष से जुड़कर शिक्षक, शिक्षा का सम्मान कर रहे। वर्ग के कमजोर बच्चों के सपनों को साकार कर रहे।। पाँच पाँच बच्चों को लेकर, सुंदर सुभग बिहान कर रहे।…
शिक्षा से जग होगा उजियार – मनु रमण “चेतना”
कलम उठाई है मैंने, अब हूं लिखने को तैयार। सत्य स्याह से खूब लिखूंगी, झूठ कपट पर कर प्रहार। ईर्ष्या , नफरत, घृणा द्वेष सब, यूं जायेंगे अब तो हार।…
वीर बाल दिवस – नीतू रानी
दो वीर बालक आज है वीर बाल दिवस का दिन आज का दिन है बड़ा महान, आज हीं दो छोटे-छोटे बालक हँसते-हँसते दी वो अपनी जान। एक का नाम था…
दोहावली – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
शीत मास में हम सभी, रखें गात का ध्यान। स्वस्थ देह सद्कर्म ही, सुखद शांति संज्ञान।। दस्तक दी है शीत ने, ओढ़ रजाई प्रीति। हों सेवन रवि-रश्मि का, यही सुखद…
Our first President – Ashish Kumar Pathak
Our first President Coming from a poor family Started from a naive child became a brilliant student a school teacher a professor An accomplished lawyer an active freedom fighter…
दिवाली का त्यौहार – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
उत्साह उमंग संग दूधिया प्रकाश पर्व, साल भर बाद आता दीपावली का त्यौहार। आपस में सब मिल घरों की सफाई करें, अमीरों-गरीबों को भी रहता है इंतजार। घरों को सजाते…
नारी सबपर हो भारी – -नीतू रानी
विषय -कमजोर कहाँ हो तुम नारी। नारी कमजोर कहाँ हो तुम नारी, हर क्षेत्र में सबपर हो भारी। तेरे साथ खड़े हैं सभी देव, खाली कर देती देवों के जेब।…