देश उनको नमन करेगा भारत माँ का अनोखा लाल, अद्भुत और अनुपम थे जिसके भाल। स्वतंत्रता संग्राम के थे महानायक, साहस शौर्य के थे वह परिचायक। युवाओं के वह थे…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
वीर नहीं घबराते-मधु कुमारी
वीर नहीं घबराते है सच विपत्ति है जब आती कमजोरों को ही है डराती वीर नहीं है कभी घबराते धीरज से हर जंग पल में निश्चित ही वह जीत जाते।…
Teachers of Bihar The Change Makers-Manju Rauth
Teachers of Bihar The Change Makers Teachers of Bihar The Change Makers Of course the future makers. Conducting school on mobile When students become immobile. Showering love and care, Always…
जुड़े आप-कुमारी निरुपमा
जुड़े आप योगा सही ढंग से जीने का विज्ञान यह संस्कृत शब्द ‘युज’ से बना जिसका मतलब है जुड़ना एक जन्म मां के कोख दूसरा योग। योग के चार हैं…
उन्हें समर्पित हर दिन-अपराजिता कुमारी
उन्हें समर्पित हर एक दिन पापा जी को समर्पित एक ही दिन क्यों हर दिन है पापा जी का दिन आंखें खुलती हर सुबह जब उठते ही आवाज आती पापा…
रोग भगाए योग-विवेक कुमार
रोग भगाए योग व्यस्त दिनचर्या से आज जूझ रहा इंसान धन की लालच में न रहा, स्वास्थ्य का है भान न दिन को चैन है, न रात को मिलता चैन…
योग स्वयं को जानने की कला है- नरेश कुमार ‘निराला’
योग स्वयं को जानने की कला है भारत के इस प्राचीन सांस्कृति को अब मिलजुल कर आगे बढ़ाना है, पूरी उत्साह और अनुशासन से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाना है। योगाभ्यास…
योग सबके लिए-चंद्रशेखर कुमार गुप्ता
योग सबके लिए योग, शांति और समन्वय के लिए स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए तन के लिए, मन के लिए संपूर्ण जगत के अमन के लिए। बचपन के परिपक्वता के…
योग करें-नीभा सिंह
योग अगर स्वस्थ रहना है सबको, जीवन सफल बनाना सबको, तो योग करें भाई क्यों करें, अपने को निरोग करें। सूर्योदय से पहले उठकर, नित्य कर्म से निवृत्त होकर,…
मैं योग को चला-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
मैं योग को चला बहुत ही लाड प्यार से मैं था बढ़ा और पला न थी फिक्र कोई भी न कुछ पाने की बला। जैसे-जैसे यह उम्र बढ़ती गई चाहतों…