उपयोगी वृक्ष – कर्ण छंद – राम किशोर पाठक

उपयोगी वृक्ष – कर्ण छंद तरुवर का रखकर ध्यान, सदा जीवन को सुखमय पाते। देकर इनको हम मान, धरा को पावन करते जाते।। तरुवर हैं जीवन मूल, यहाँ अबतक जिसने…

गुरुत्वाकर्षण का नियम- गिरींद्र मोहन झा

गुरुत्वाकर्षण का नियम गुरु शब्द में ‘त्व’ प्रत्यय के योग से बना शब्द गुरुत्व, जो अपना गुरुत्व सदा कायम रखे, है उसी का प्रभुत्व, गुरुत्व शब्द का शाब्दिक अर्थ है…

सुविधा और स्वास्थ्य- कुण्डल छंद- राम किशोर पाठक

सुविधा और स्वास्थ्य- कुण्डल छंद सुविधाएंँ सभी आज, सबको हैं प्यारे। मशीन बन गए लोग, एहसास मारे।। करते सभी आराम, श्रम सभी नकारे। स्वास्थ्य का बिगड़ा हाल, सब हैं बेचारे।।…

भौतिक सुविधा और स्वास्थ्य- अमरनाथ त्रिवेदी

भौतिक सुविधा और स्वास्थ्य आज  होड़ लगी है  भौतिक  सुख सुविधा की , स्वास्थ्य के लिए कुछ दोस्त बने कुछ दुश्मन हैं ।   बुद्धि ही असल इसमें सही ज्ञान…

सुख सुविधाओं के चक्कर में- सरसी छंद गीत- राम किशोर पाठक

सुख सुविधाओं के चक्कर में- सरसी छंद गीत अपने हाथों से जीवन में, घोल रहा विष जान। सुख सुविधाओं के चक्कर में, आज पड़ा इंसान।। श्रम से बचता फिरता मानव,…

बारिश संग स्वास्थ्य – राम किशोर पाठक

बारिश संग स्वास्थ्य जब-जब भी बारिश आती है। संग समस्या भी लाती है।। ताल-तलैया भर जाते हैं। धूल‌ मार कीचड़ आते हैं।। सड़ना गलना भी होता है। बदबू भी फैला…

बारिश और स्वास्थ्य – अमरनाथ त्रिवेदी

बारिश और स्वास्थ्य बारिश का मौसम आ गया अब सुहाना , बरसता है   पानी ,   बरसता   फसाना । जिधर  देखें  उधर  पानी का नजारा , क्या हो  सड़क    हो क्या  अखाड़ा…

सपने लेकर वर्षा आई- गीतिका – राम किशोर पाठक

सपने लेकर वर्षा आई- गीतिका सपने लेकर वर्षा आई। जीवन की बगिया मुस्काई।। हरी चुनरिया ओढ़ी धरती। तरुवर में आई तरुणाई।। पर यह कभी भयानक होती। मिलती इससे भी रुसवाई।।…