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विधाता छंद – एस. के. पूनम

विधाता छंद – एस. के. पूनम

Dev Kant MishraOctober 23, 20240

दरस देतीं प्रथम माता, कहाँ हो तुम चली आतीं। क्षुधा प्यासा ललन बैठा, पके दाना तुम्हीं लातीं। दया कर के परोसीं वो, मिटी जो भूख खाने से। कसम से आज…

अभियान गीत- रामकिशोर पाठक

अभियान गीत- रामकिशोर पाठक

Dev Kant MishraOctober 23, 20240

  छोटे बड़े का भेद रहे न, हम सबको गले लगाएँगे। बच्चे बूढ़े जवान साथ में, हम शिक्षित सबको बनाएँगे।। रहे नहीं उदास कोई भी, हम सबको हँसी सिखाएँगे। रहे…

अदृश्य जीवन चालक- अमरनाथ त्रिवेदी

अदृश्य जीवन चालक- अमरनाथ त्रिवेदी

Dev Kant MishraOctober 23, 20240

यह जीवन क्या है ? जहाँ संवेदनाओं के तार जुड़ते हैं, अपने कहाने वाले भी मुड़ते हैं। मनुष्य कभी अपनों से घिरा होता है, कभी परायों से मिला होता है,…

अदृश्य जीवन चालक- अमरनाथ त्रिवेदी

अदृश्य जीवन चालक- अमरनाथ त्रिवेदी

Dev Kant MishraOctober 23, 20240

कोई तो चलानेवाला होता है यह जीवन क्या है ? जहाँ संवेदनाओं के तार जुड़ते हैं, अपने कहाने वाले भी मुड़ते हैं। मनुष्य कभी अपनों से घिरा होता है, कभी…

हृदय का कूप माँ – अवनीश कुमार

हृदय का कूप माँ – अवनीश कुमार

Dev Kant MishraOctober 22, 2024October 22, 20240

  माँ! केवल माँ नहीं है वो, घर का दीया है, दीये की बाती है, चूल्हे की आग है, तवे की रोटी है, घर का द्वार है, द्वार की चौखट…

प्यासा कौवा – रामपाल प्रसाद सिंह ‘अनजान’

प्यासा कौवा – रामपाल प्रसाद सिंह ‘अनजान’

Dev Kant MishraOctober 21, 20240

  भीषण गर्मी का एक दिन था सूरज चमक रहा था सिर पर। गर्म हवा के झोंकों को, झाँक रही धरती फट-फट कर।। तभी पेड़ों की एक शाखा पर कौवा…

दादी का हलवा- रामकिशोर पाठक

दादी का हलवा- रामकिशोर पाठक

Dev Kant MishraOctober 21, 20240

  अम्मा हलवा बना दो न। दादी को खिला दो न।। देखो शाम हो आई है। दादी को भूख सतायी है।। दादी को है दाँत नहीं। रोटी चबा पाई नहीं…

दादी का हलवा- रामकिशोर पाठक

दादी का हलवा- रामकिशोर पाठक

Dev Kant MishraOctober 21, 20240

  अम्मा हलवा बना दो न। दादी को खिला दो न।। देखो शाम हो आई है। दादी को भूख सतायी है।। दादी को है दाँत नहीं। रोटी चबा पाई नहीं…

भावना बालमन की -अमरनाथ त्रिवेदी

भावना बालमन की -अमरनाथ त्रिवेदी

Dev Kant MishraOctober 21, 2024October 21, 20240

दादी हैं खुशियों के खजाने , दूध , मलाई   देती  हैं। हम हैं  उनके  पोता, पोती, हमें गोदी में उठा लेती  हैं। मम्मी का जब गुस्सा आता, दादी  ही  हमें …

अनोखा व्रत करवा चौथ – अमरनाथ त्रिवेदी

अनोखा व्रत करवा चौथ – अमरनाथ त्रिवेदी

Dev Kant MishraOctober 21, 20240

करवा   चौथ  का  व्रत, हर  वर्ष में एक बार आता है । सुखद स्मृतियों के  सुभग तान से, यह  जीवन धन्य  कर  जाता है। कार्तिक  मास  के कृष्ण  पक्ष  में…

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