इंसान बना हैवान , कि धरती डोल उठी । न रही मानवता की शान, कि धरती बोल उठी । जहाँ -जहाँ फूल खिलते थे , बो दिए हमने काँटे ।…
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मामा – शेखर कुमार सुमन
मामा देखो मेरे मामा आए, साथ अपने आम लाए | लीची भी वो लाते है, रसगुल्ले खूब खिलाते है | जब मम्मी गुस्साती है, मुझे मारने आती है | पापा…
मैं सेवानिवृत्त हो गया
पूर्ण हुए जीवन के साठ साल मैं सेवानिवृत हो गया जीवन से नहीं, नौकरी से हां, मैं सेवानिवृत हो गया समाप्त हुआ रोज सवेरे पहले उठना भाग-भागकर वक्त पर तैयार…
हिंदी – अनुपमा अधिकारी
हिंदी भारत की शान है हिंदी हमारी पहचान है शान से हिंदी बोलते और लिखते हैं, हिंदी ही हम सबका अभिमान! हिंदी भारत की गौरव गाथा है हिंदी ही ऐसी…
मेरी प्यारी हिंदी – डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा
“हिंद” देश के वासी हैं हम हिंदी हम सब की बोली है, “माँ” जैसी ही प्यारी हिंदी “माँ” जैसी ही भोली है। पूज्य है जितनी जन्मभूमि उतनी ही प्यारी भाषा…
शिक्षक की चाह-अपराजिता कुमारी
मैं शिक्षक हूंँ, हाँ मैं शिक्षक हूंँ मैंने चाहा शिष्यों को शिखर तक ले जाने वाला बनूं, मैंने चाहा अपने मन में क्षमा की भावना रखूं, कमियां दूर कर उनमे…
ज्ञान के भण्डार हैं शिक्षक-एम० एस० हुसैन कैमूरी
शिक्षा के सूत्रधार हैं शिक्षक ज्ञान के भण्डार हैं शिक्षक हैं सदैव सृजनकर्ता बुद्धि के निज राष्ट्र के आधार है शिक्षक सदा ही ज्ञान का चक्षु खोलकर करते ज्ञान की…
परिश्रम सुरेश कुमार गौरव
कर्मवान,परिश्रम कर हर बाधाओं को करते जाते पार आशा जगती मनुज के, लगनशील होते जाते अपार। फिर कह उठते जगो! परिश्रम सफलता की कुंजी है कार्यरत हो परिणाम देती,यह सफलता…
आप स्मृति पटल में सदा रहे़गे” सुरेश कुमार गौरव
#टीचर्सआफबिहार के प्रमुख स्तंभ रहे श्री विजय बहादुर सर के प्रति मेरी विनम्र श्रद्धांजलि “आप स्मृति पटल में सदा रहे़गे” सुरेश कुमार गौरव आप सदा विजय भी रहे है और…
आपका जाना-मधु प्रिया
विजय सर, आपका जाना मानो, हम सब को व्यथित कर जाना। कर्म से ही पहचान बनती है, कर्म से ही आपको हमने जाना। एक दिव्य पुरुष की आत्मा, एक स्नेहिल…