आइस पाईस-मनोज कुमार दुबे

Poem

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आइस पाईस

आइस पाईस चोर कहाँ 
पकड़ो भाई छुपा वहाँ
सोनू मोनू रानी प्यारी
इस बार अच्छी तैयारी
मोटा गोलू छिपा कहा
कैसे ढूंढे यहा वहाँ
नैना तुमको आइस पाईस
सब मिलाकर है सत्ताइस
एक एक को पकड़ लिया
क्यो छुपे हो बडे मियां
टिंकू टिल्लू पिंटू सब आए
मजा आ गया सबको भाए
कल शाम को फिर से आना
रिया को है खूब छकाना
अब सब तुम अपने घर जाओ
      घर जाकर सब लड्डू खाओ।

मनोज कुमार दुबे 

राजकीय उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय भादा खुर्द लकड़ी नबीगंज सिवान
     ©manojdubey

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