पृथ्वी की है करुणा पुकार-अरविंद कुमार अमर

पृथ्वी की है करुणा पुकार–: पृथ्वी की है करूणा पुकार, सुन लो मनुष्य इसे बार-बार । महलों-दो महलों को बनाकर, हम पर मत डालो इतना भार। सभी वृक्षों को नष्ट…

धन्यवाद शिक्षक – कंचन प्रभा

शिक्षक हैं हमारे अभिमान हमारे लिए अनमोल उनके दिए ज्ञान जीवन विचारों का है वह सम्मान हमारे शिक्षक हैं हमारे अभिमान मिलजुल कर बढ़ाएं उनका मान उनकी बातों का हम…

दीपावली का संदेश – जैनेन्द्र प्रसाद रवि

दीपावली का संदेश ****** बच्चों अबकी दीवाली में फुलझड़ियों से मुंह मोड़ो। दुनिया की भलाई के खातिर तुम पटाखा मत छोड़ो।। पटाखों से प्रदूषण बढ़ता, होती पैसे की बर्बादी, तुम…

अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी -विवेक कुमार

सजी है बगिया, चहकने को तैयार, आपके आगमन से होगा, हमारा विद्यालय गुलजार, इंतजार कर रही अंखियां, करने को स्वागत और मान। आशा और विश्वास से, आपको किया है आमंत्रण,…

निपुण भारत, निपुण बिहार – संजय कुमार सिंह

बच्चों की फुलवारी कितना महक रही है देखो तो मुनिया बेटी विद्यालय में चहक रही है देखो तो।। चहक – चहक कर बोल रही हर दिन विद्यालय आउंगी पढ़ना –…

मैं सेवानिवृत्त हो गया

पूर्ण हुए जीवन के साठ साल मैं सेवानिवृत हो गया जीवन से नहीं, नौकरी से हां, मैं सेवानिवृत हो गया समाप्त हुआ रोज सवेरे पहले उठना भाग-भागकर वक्त पर तैयार…