वृक्ष है संजीवनी-अश्मजा प्रियदर्शिनी

वृक्ष है संजीवनी वृक्ष है संजीवनी हमारी वसुंधरा की हैं शान धरती को स्वर्ग बनाते, जैसे ईश्वर का वरदान प्राणवायु देते भरते हर जीव-जन्तु में जान वृक्षों की शाखाओं पर…

आभासी दुनिया की मृगतृष्णा-विनय कुमार

आभासी दुनिया की मृगतृष्णा  सैकड़ों-हज़ारों दोस्त मिलें फ़िर भी ख़ुद को अपनापन की गलियों में अकेला ही पाया ये इंटरनेट की दुनिया हमें किधर लिये जा रही? ये तो अपनो…

आत्मविश्वास-संयुक्ता कुमारी

आत्मविश्वास आओ बच्चों तुम्हें सुनाए कहानी दिव्यांग नृत्यांगना की। जो अपने आत्मबल से अपने सपने को साकार की। वह थी दिव्यांग नृत्यांगना नाम था सुधा चंदन। बचपन से करती थी…

ऊर्जा-एकलव्य

  ऊर्जा उर्जा मुझसे कहती है ना तो मेरा नाश है होता ना कोई निर्माण है करता मेरा बस है रूप बदलता। मेरा नाम तुम कुछ भी रख ले ध्वनि,पवन,यांत्रिक…