बालमन फिर झूले-भोला प्रसाद शर्मा

बालमन फिर झूले बालमन झूले विद्यालय में बालमन फिर झूले—–2 बच्चे भी आए गुरुवर भी आए, देख दूसरों को फूले न समाये। नन्हें भी आकर मन को हर्षाये, टप्पू टुनटुनियाँ…

पृथ्वी-अनुज कुमार वर्मा

पृथ्वी सौरमंडल का एक ग्रह पृथ्वी जिसका नाम है। दुनिया कहते हम इसको, जीवन करती प्रदान है। पेड़ पौधों से घिरा यह, नदियाँ बहती निर्मल। जीव जन्तु रहते जीवित, पीकर…

आजादी-अशोक कुमार

आजादी तीन रंगों का तिरंगा प्यारा, नभ में लहराता। यह हमारी शान शौकत, आजादी की कीमत बताता।। हरा रंग है हरी हमारी, धरती की अंगड़ाई। केशरीया बल पौरुष भरने वाला,…

मदर टेरेसा-अपराजिता कुमारी

  मदर टेरेसा करुणा और सेवा की देवी मानवता, ममता, दया की प्रतिमूर्ति शांति और सद्भावना की अग्रदूत अनाथ पीड़ितों की सेवा मे जीवन समर्पित। दीन दुखियों को गले लगाती…

प्रभु वंदना-शुकदेव पाठक

  प्रभु वंदना हे प्रभु! आप स्वयं परब्रह्म न है आपका आदि न अंत आप आवरण रहित अद्वितीय उत्पत्ति, स्थिति, रक्षा, प्रलय। आप सभी प्राणियों में स्थित ब्रह्मवेतर करते उपासना…