दर्पण की अदाकारी-प्रियंका प्रिया

दर्पण की अदाकारी सोलह श्रृंगार कर जब दर्पण सम्मुख इतराते सब, सुन तारीफें खुद की मन ही मन इठलाते सब।। दूसरों के सामने झूठ बोलने से नहीं कोई कतराते जब,…

एहसान-स्वाति सौरभ

एहसान उपहार में मिली कार आप पर एहसान होती है पुरस्कार में मिली कलम आपकी पहचान होती है सौदे से मिली शोहरत,आप पर एहसान होती है मेहनत से मिली सम्मान,…

पोषण-अशोक कुमार

पोषण गेहू,चावल,आलू,मक्का, नित्य भोजन करो इसका पक्का। कार्बोहाइड्रेट के है ये भंडार, मिलती है ऊर्जा आपार। रजमा,दाल और सोयाबिन, मिलती है इसमे प्रोटीन। जब थाली मे होगे ये प्रतिदिन, तभी…

ग्राम्य जीवन-प्रियंका प्रिया

शीर्षक- ग्राम्य जीवन ग्राम्य जीवन की पृष्ठभूमि को भूल गए सभी आज, गोबर, उपले, माटी अंगना से करते थे आगाज़।। निश्छल,निर्मल, अपनत्व भाव से करते थे सत्कार, जीव-जंतु सभी की…

तितली रानी

तितली रानी आओ मेरे पास, तुमसे कुछ बातें करनी थी खास, तुम पंखों को कैसे सजाती हो, तुम फूलों से क्या पाती हो? तितली बोली- सोंचो ये बात, ईश्वर ने…