वर्षा रानी-रूचिका

वर्षा रानी वर्षा रानी वर्षा रानी, कहाँ से लाई इतना पानी, ताल तलैया पोखरे डूबे, बताओ न अपनी कहानी। गर्मी से मन मेरा बेहाल, कैसे भी नहीं सुधरे हाल, टिप…

जिंदगी अब ऑनलाइन बनकर रह गई-मंजू रावत

जिंदगी अब ऑनलाइन बनकर रह गई जिंदगी अब ऑनलाइन बनकर रह गई, स्वतंत्र रूप से उड़ने वाले, चारों ओर घूमने वाले, घरों में कैद होकर रह गए, जिंदगी अब ऑनलाइन…

गाएँगे तेरा गुणगान-विजय सिंह नीलकण्ठ

गाएँगे तेरा गुणगान सुबह-सुबह जब सबसे पहले उठती है प्यारी चिड़िया उठकर कहती जागो बच्चो है जाग चुकी सारी दुनिया। नित्यक्रिया से निवृत्त होकर कर लो थोड़ा सा जलपान यदि…

बचपन-प्रीति कुमारी

बचपन बचपन के वो अनमोल पल जैसे हो स्वच्छ और निर्मल जल। नहीं फिक्र किसी भी बात की न चिन्ता थी जज्बात की। बस खेल-कूद और थी मस्ती पढ़ना लिखना और…

किताबें-प्रियंका दुबे

किताबें ज्ञान की अद्भुत भंडार है किताबें। अंधकार में प्रकाश हैं किताबें। हर शख्स की सफलता की सोपान है किताबें। गुमराह जीवन की सन्मार्ग है किताबें। एकाकीपन में मित्रता की…

मुस्कान-नूतन कुमारी

  मुस्कान मुस्कान है इक ऐसा अलंकार, जो लाये जीवन में बसंत बहार, सजें सदा जिन होठों पर यह, हो जाएं पूर्ण सारे श्रृंगार। उदासी मंजर में दे जाए सुकून,…

मेरी बिटिया-मनु कुमारी

मेरी बिटिया बिटिया मेरी अब पलटने लगी है, सभी के दिलों में उतरने लगी है। पलटना भी है एक विकासात्मक प्रक्रिया, ये बदलाव उसमें अब आने लगी है, बिटिया मेरी…

मुस्कान-ब्रह्मकुमारी मधुमिता सृष्टि

मुस्कान चेहरे की सुंदरता बढाती आंखों में खुशियों का संचार करती तन मन को ऊर्जा से भरपूर करती अपनों को करीब लाती एक प्यारी सी मुस्कान देख जिसे भूल जाएं…

मेरे गांव की मिट्टी-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”

मेरे गांँव की मिट्टी  बहुत पावन है मेरे गांँव की मिट्टी जिससे सदा सोंधी खुशबू आती है हम तुझ से दूर ज़रूर हो लिए मगर तेरी याद हमें बहुत सताती…