रंग
सात रंगों से भरा जीवन,
फूलों से खिला वन उपवन।
सातों रंग जब मिल जाते,
सरस्वती वरन, सफेद कहलाते।।
पहला रंग बैंगनी रहता,
रंग दूसरा नीला।
रंग तीज़ा आसमानी,
फिर हरा और पीला।।
छठा रंग नारंगी जानो,
लाल को मानो खतरा।
इंद्रधनुष के सात रंग का,
दिखता हर पल नजारा।।
बच्चों करो ये ट्रिक भी पता,
सात रंग होते, ” बैनीआहपिनाला”।
अंग्रेजी में कहते “VIBGYOR”,
पता चले रंग के एक एक छोर।।
V से वायलेट, I से इंडिगो,
B से ब्लू, G से होता ग्रीन है।
Y से येलो O से ऑरेंज,
R से रेड, बनाता स्टॉप का सीन है।।
प्राथमिक रंग होते तीन,
नाम रेड, ब्लू और ग्रीन।
तीनों मिलके भी सफेद बनाता,
स्यान, मैजेंटा, पीला द्वितीयक कहलाता।।
सारे रंगों की चक्की चलवाओ,
मिलकर सारे सफेद रंग पाओ।
न्यूटन अंकल का अलग एंगल,
जो बनाए रंग का कलर ट्रिंगल।।
आंचल शरण
बायसी पूर्णिया (बिहार)