मोबाइल ( मनहरण घनाक्षरी) हर पल काम आए, देख मन झूम जाए, साथी बन रहे सदा गम को भगाता है । सूचना दे हर घड़ी, छोटी रहे चाहे बड़ी, बैठे…
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मोबाइल – सुधीर कुमार
मोबाइल ध्यान सदा भटकाया देखो , बच्चों का मोबाइल । पढ़ाई लिखाई दोनों छुड़़वाया , सबका यह मोबाइल । होम वर्क भी न कर पाया , देखा किया मोबाइल ।…
मोबाइल-नूतन कुमारी
मोबाइल आज विश्व में जाल बिछा है, हरेक क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, हर बच्चा इसके जरिए ही, अपने स्कूल से जुड़ा हुआ है। आज की शिक्षा इसपर निर्भर,…