शिक्षा का हम दीप जलाते।
अज्ञान तिमिर को दूर भगाते।
नैतिकता का पाठ पढ़ाते।
स्वयं का उसको बोध कराते।
करते बच्चों में हर-दिन हम,
नव आशाओं का संचार ।
हम हैं टीचर्स ऑफ बिहार। ।
हम बाधाओं से नहीं घबराते।
हर मुश्किल में राह बनाते।
पानी पड़े या तुफां आएँ।
बाढ़ में नदी पार कर जाएँ।
जीवन की हर चुनौती को ,
कर लेते हैं हम स्वीकार ।
हम हैं टीचर्स ऑफ बिहार।।
कहानी कविता उसे सुनाते,
परी लोक की सैर कराते।
कभी कबड्डी कभी खो -खो।
तरह तरह के खेल खेलाते।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए ,
हम करते प्रयोग नवाचार।
हम हैं टीचर्स ऑफ बिहार।।
बच्चों से पेंटिंग बनवाते ।
रोल प्ले भी खूब कराते।
अंधविश्वास को दूर भगाते।
उनमें वैज्ञानिक सोच बढाते।
बच्चों के संग घुल-मिल कर ,
हम करतें बातें हजार।
हम हैं टीचर्स ऑफ बिहार।।
बाल अधिकार की बात सिखाते।
“स्वास्थ्य हीं धन” है उन्हें बताते।
शिक्षा का महत्व है देखो कितना
प्रेरक प्रसंग से हम समझाते,
मूल कर्तव्य की बातें कहकर ,
बतलाते संस्कृति और संस्कार।
हम हैं टीचर्स ऑफ बिहार
मनु कुमारी
विशिष्ट शिक्षिका मध्य विद्यालय सुरीगाँव , बायसी, पूर्णियाँ