मतदान -रामकिशोर पाठक

मतदान – मनहरण घनाक्षरी दौड़ भाग कर रहे, खोज-खोज मिल रहे, पाँव भी पकड़ रहे, आया मतदान है। देखकर निहारते, हृदय से पुकारते, गले में बाह डालते, जैसे पहचान है।…

दोहा – राम किशोर पाठक

दोहा जैसे ही रचना हुई, दोहा-छंद प्रधान। वैसे ही मिलने लगा, लोगों से सम्मान।।०१।। दोहा-मात्रिक छंद है, सुंदर मनहर-गेय। मैं तो बौद्धिक मंद हूँ, साध रहा यह ध्येय।।०२।। चार-चरण में…

बाल गीत, रामपाल प्रसाद सिंह

बाल गीत मैं तो माॅंग सकूॅंगा बचपन। आकर कोई पूछे हमसे,जो चाहो मैं दे दूॅंगा। मैं तो माॅंग सकूॅंगा बचपन,और नहीं कुछ भी लूॅंगा।। इतनी दुनिया गंदी होगी, मुझको ना…

करवा चौथ -रामपाल प्रसाद सिंह

करवा चौथ देवी धरोहर पार्वती जय,जय देवी पांचाली की। आज करें विनती हम मिलकर,पुण्य बहाने वाली की।। पाकर कथा शुभंकर शिव से,शिवा लिए धरती आई। गंगधार-सी कल-कल छल-छल,धरा पुण्य भरती…

छात्रों की वित्तीय साक्षरता – अवधेश कुमार

छात्रों की वित्तीय साक्षरता ज्ञान का मंदिर है विद्यालय, सीखो यहाँ जीवन के विभिन्न पहल । सिर्फ अंक नहीं, समझो ये बात, धन का प्रबंधन भी है अनोखा खेल। बचत…