राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में समर्पित है बालिका जागरण गीत – एक आहवान बालिका जागरण मन की है शांति बेटी, परिवार की कांति है बेटी। घर धाम बनाती है…
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करवा चौथ- आशीष अम्बर
करवा चौथ करवा चौथ का शुभ दिन आया, सुहागिनों का अब मन हर्षाया । अपने सुहाग की लम्बी आयु पाने का, यह कितना शुभ अवसर लाया । सात जन्म का…
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस -गिरिंद्र मोहन झा
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस- 10 अक्तूबर मन तू अपने मन को एकाग्र कर, उत्साही, ऊर्जावान कर, उत्तम विचारों, शुभ संकल्पों से तू अपने मन को भर, मन को निर्भीक, सतर्क…
अनुपम गाँधी-शास्त्री- राम किशोर पाठक
गाँधी शास्त्री थें भारत के लाल। जन्में दोनों सुंदर देश विशाल।। अपने कर्मो से हरपल विख्यात। धन्य हुई दोनों से भारत मात।। सत्य अहिंसा दोनों के ही हाथ। जन जीवन…
माता की आराधना – जैनेन्द्र प्रसाद ‘रवि’
दुर्गा मांँ के मंदिर में, जलता अखंड ज्योति, आओ सब मिल करें, माता की आराधना। नैवेद्य कर्पूर धूप, चंदन अक्षत दीप, हाथ लेके नर-नारी, करते हैं साधना। श्रद्धा भक्ति भाव…
बेटियां -रुचिका
बेटियाँ पिता की पगड़ी को सम्भालती, खुद को हर साँचे में है ढालती, बेटियाँ रब की रहमत है, न जाने कितने घरों की सँवारती। बेटियाँ घर की रौनक हैं शान…
मेरी बेटियां -डॉ स्नेहलता द्विवेदी आर्या
मेरी बेटियां मेरी बेटियां! मेरी प्रतिरूप, मैं बसती हूं उनमें, अंतस्त बिल्कुल अंदर, आद्यो पांत सर्वांग, प्राण वायु की तरह। मेरी बेटियां! मुस्कुराहटों में, आशाओं में, बातों में, आख्यानों में,…
भवानी आ गयी है – राम किशोर पाठक
भवानी आ गयी है, घर हमारे। खुशी अब छा रही है, जग निहारे।। किया वंदन उन्हें सब, चरण धोएँ। अलौकिक रूप देखा, मगन होएँ। हमारे पास आकर, आज बोली। हमारी…
जय स्कंदमाता -डॉ स्नेहलता द्विवेदी
जय स्कंदमाता ममतामयी माँ ममतामयी तू है जगदम्बा, तू कार्तिकेय सुत जननी है। ताड़कासुर बध संकल्प लिये, माँ तू संतन हित करनी है। चार भुजायें धारण कर, पद्मासना तू महारानी…
जीवित्पुत्रिका व्रत
जीवित्पुत्रिका व्रत माता निर्जल व्रत करे, सुखी रहे संतान। महाकाल को पूजती, जो लेते संज्ञान।। एक दिवस उपवास का, कोटि विधि स्वीकार। सुखमय मेरा लाल हो, करती सदा विचार।। भाँति-भाँति…