धरा की खूबसूरती और बढ़ाने के लिए, रिश्तों को प्रेम रंग में सजाने के लिए, बेटी,बहन,पत्नी,प्रेमिका मॉं ,फुआ, रिश्तों के अनेक रूपों में भावों को सदा ही दिखाने के लिए,…
Category: दिवस
बेटी -देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
ममता बड़ी प्यारी है, समता बड़ी न्यारी है, बेटी ही तो बनती माँ, माँ की परछाईं है। मानवता की जान है, देश का अभिमान है, नील गगन से जाके, आँख…
वंश की अंश -अपराजिता कुमारी
हर वंश की अंश है बेटियां दो कुल की शान, गुमान है संस्कृति संस्कार हैं बेटियां घर आंगन की राग अनुराग है तीज त्योहारों की रौनक है साजो श्रृंगार रस्मो…
मेरी बेटियां -डॉ स्नेहलता द्विवेदी
मेरी बेटियां! मेरी प्रतिरूप, मैं बसती हूं उनमें, अंतस्त बिल्कुल अंदर, आद्यो पांत सर्वांग, प्राण वायु की तरह। मेरी बेटियां! मुस्कुराहटों में, आशाओं में, बातों में, आख्यानों में, संवाद में,…
बेटी दिवस – नीतू रानी
हो रही है खामोश हिंसा निर्दोष उन बेटियों की, बचाओ मत मारो इसको ये है रौनक आपके घर की, हो रही——————2। कितने कुमारे लड़कों को लड़कियाॅ॑ नहीं मिल रही, हो…
बेटी तो घर की आन है – एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
बेटीयां तो घर की आन है बाप की अनुपम पहचान है जो समझता है बेटी को बोझ वह तो सबसे बड़ा नादान है क्यों करते हो बेटा और बेटी वह…
सुलक्षणा बेटी – मनु कुमारी
खुशियों का संसार है बेटी , प्रेम का सुंदर उपहार है बेटी, बेटों को जो विनम्र बनाये, ममता,स्नेह व प्यार है बेटी। हर मुश्किल का हल है बेटी, गंगा का…
रामधारी सिंह दिनकर – नीतू रानी
जिनके सिंहनाद से सहमी धरती है रही अभी तक डोल, ✒️ कलम आज उनकी जय बोल ✒️ कलम आज उनकी जय बोल। आज का दिन है बड़ा महान, आज हीं…
हिन्दी दिवस -कुमारी निरुपमा
हिन्दी ही हमारा वतन है हिन्दी ही हमारा चमन है हिन्दी और हिन्दोस्ता बढाएं हमारी एकता। हिन्दी को हम अपनाएंगे मान इसका हम बढाएंगे हिन्दी हमारा नजराना अग्रेजी में धौंस…
बहुत प्यारी ज़बां ये है – एम० एस० हुसैन
पढ़ो हिन्दी , लिखो हिन्दी बहुत प्यारी ज़बां ये है इससे टपकती है मधुरिम सदा प्रेम की निगहबां ये है ये भाषाओं की जननी है सदा ही शब्द निर्झरणी है…