मनहरण घनाक्षरी छंद गंगाजल जिन्हें भाता, भूत-प्रेत से है नाता, बेलपत्र पर रीझें, भोले जी भंडारी हैं। इन्द्र चढ़ें एरावत, गरूड़ जी हैं विष्णु भक्त, बसहा वरद भाई, शिव की…
Category: Bhakti
For the attainment of God in the world, for the welfare of the person, one has to do spiritual practice for salvation. For this, Bhakti is the best. Therefore, devotion to God and having prayer and meditation is called Bhakti.
शिव प्रार्थना- मीरा सिंह “मीरा”
मन मेरा है बना शिवाला रहता उसमें डमरू वाला डम डम डमरू बजा रहा है मन नाचे होकर मतवाला।। सांसो की है बजे बांसुरी जपती रहती शिव की माला। वो…
शिवे संग हम गौरी बियाहब-नीतू रानी
नमन मंच 🙏🙏 विषय- शिवरात्रि शीर्षक-शिवे संग हम गौरी बियाहब। शिवे संग हम गौरी बियाहब नै तेअ कुमारी ये रहब ना। तेंतीस करोड़ देवता में शिव वर ढ़ँढलौं शिव सन…
देवों के देव महादेव- मनोज कुमार
यूं ही ना कहते हम देवों के देव महादेव कर्म पथ पर हर पल अग्रसर, विराम का ना कोई चिंतन, भूतल, वन या हिम शिखर, कदम ना रुके कहीं पे…
श्रीहरि- कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”
श्रीराम मेरे भगवान मेरे, नित-नित मैं जपूँ बस नाम तेरे। काशी में रहूँ या रहूँ मैं कहीं, प्रभु आप रहें स्मरण में मेरे।। असुरों ने जब अत्याचार किया, धर्म-कर्म को…
सरस्वती वन्दना- जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
दे विमल बुद्धि भावना, माँ शारदे है प्रार्थना , ऐसी शक्ति दे मां कर सकूं, हर संकटों का सामना। बालक बड़ा नादान हूं, धर्म-कर्म से अनजान हूं, जैसा भी हूं…
माता वीणापाणि- कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”
छोड़कर घर-द्वार,कर सबसे किनार, पढ़ने आए हम माँ,तप पूर्ण कीजिए। देकर ज्ञान का दान,माँ करो मेरा कल्याण, बन जाऊँ विद्यावान, शरण में लीजिए। जय माँ वरदायिनी, जय ज्ञान प्रकाशिनी, सफल…
इंसानियत-अमरनाथ त्रिवेदी
वफ़ा की सर्वत्र खुशबू मिले , सरल ह्रदय – सरल मिले । न जहाँ कोई बेगानापन , जहाँ न हो उजड़ा चमन । सभी मिले – सभी खिले , हर…
जय माँ सरस्वती-सुधीर कुमार
मनहरण घनाक्षरी वर्ण — ८ ,८ ,८ ,७ अंत – लघु , दीर्घ वीणा पाणि मात मेरी , दया मिले हमें तेरी , शिशु हमें जान जरा , अंक भर…
कृष्ण को प्रणाम है-एस.के.पूनम
मनहरण घनाक्षरी पुकारीं दुलारी राधा,ढूंढ़ती फिरती कान्हा, नयन निहारी राह,पूछी कहाँ श्याम हैं। मुकुट शोभित भाल,बाँहों पर भुजबंध, कंठमाला मोतियों का,वही घनश्याम हैं। यमुना किनारे बंसी,बजाए मुरलीधर, श्रवण करती राधा,केशव…