माँ वर दे तू ज्ञान की देवी है, मैं ज्ञानार्थी तुम्हारा हूँ। वर दे माँ तू मुझको, तेरी शरण जो आया हूँ। अज्ञानता दूर करके, मार्ग मेरी कर दे प्रकाशित।…
Category: Bhakti
For the attainment of God in the world, for the welfare of the person, one has to do spiritual practice for salvation. For this, Bhakti is the best. Therefore, devotion to God and having prayer and meditation is called Bhakti.
सरस्वती वंदना-डॉ. अनुपमा श्रीवास्तवा
सरस्वती वंदना छुप गयी हो तुम कहाँ बताओ माँ तुम “शारदा,” बसंती चुनर ओढ़कर तुम धरा पर आओ माँ। मिट रहा है ज्ञान-ध्यान घट रही है “साधना”, मिट रहा है…
जय माँ शारदे-स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
जय माँ शारदे हे शारदे जगजननी माते, हे सुर धुन ज्ञानी तू वर दे। श्वेताम्बरा सुमति सुमुखी माँ सुन, हे अनहद नादिनी तू स्वर दे। प्रणमामि त्वयं, भजामि तव्यं स्वीकार…
भारतमाता-अश्मजा प्रियदर्शिनी
भारतमाता विविध वेष-भूषा से सजी भारत माता हमारी। अनेक धर्मों के धर्मावलंबी हम, तन मन धन अर्पित कर, दुनिया को हम अपनी एकता दिखाएँ। धर्मनिरपेक्षता, साम्प्रदायिकता है हमारी। पर अखण्ड…
मैं त्रयलोकपावनी गंगा हूँ-मनु कुमारी
मैं त्रयलोकपावनी गंगा हूँ मैं हूँ गंगा! त्रयलोकपावनी, पापनाशिनी, भवमोचिनी , भवतारिणी, भवभामिनी गंगा l मैं हूँ सकल मनोरथ पूर्ण कामिनी, कर स्नान मुझमें प्राणी पाते हैं, सभी कष्टों से…
बापू आज भी जिन्दा है-सुधीर कुमार
बापू आज भी जिन्दा है शहीद दिवस पर याद , आते हैं सबको गांधीजी । जिन्होने जंग ए आजादी में , लाई थी एक आंधी जी । तीस जनवरी सन्…
भारत महान-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
भारत महान हमारा भारत देश महान है, हमें तिरंगे पर अभिमान है। उत्तर में है खड़ा हिमालय, घर-घर मंदिर और शिवालय। तीन ओर से अंक में लेकर, सागर करता गुणगान…
आओ ईश्वर का धन्यवाद करें-मधु कुमारी
आओ ईश्वर का धन्यवाद करें आओ ईश्वर का धन्यवाद करें उनका स्नेह पूर्ण गुणगान करें जिसने दिया हमें जीवन अनमोल जिसका नहीं चुका सकते हम मोल। बस एक नेक काम…
अपना गणतंत्र-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
अपना गणतंत्र अपने गणतंत्र का जगत में मिलकर ही मान बढ़ाएँगे। इसकी बगिया में हम नित एक नया प्रसून खिलाएँगे।। अपने गणतंत्र—– गण है तभी सारा तंत्र है। एकता ही…
आओ झण्डा फहराएँ-प्रकाश प्रभात
आओ झण्डा फहराएँ काल के कपाल से, तीर भालों के बौछार से। यूँ ही नहीं मिली आजादी, गाँधी अहिंसा के तलवार से। माँओं की गोद सुनी हुई , कितनी मांग…