ये जलता विश्व पुकार रहा , समुद्र- मंथन के जैसे आ जाइए, पृथ्वी पटी पड़ी है, जहर से, हे शिव पुनः ये विष ,पी जाइए । धरती का भू जल…
Category: Bhakti
For the attainment of God in the world, for the welfare of the person, one has to do spiritual practice for salvation. For this, Bhakti is the best. Therefore, devotion to God and having prayer and meditation is called Bhakti.
हे महादेव – अंजली कुमारी
हे महादेव, त्रिकालदर्शी, शंभूनाथ महेश्वर । सुमिरन करे, करें ध्यान तेरा दिन रात और चारों पहर । हे अर्धचंद्र के मुकुटधारी , नाग का कंठहार धारण किया। डमरू त्रिशूल हाथों…
शिवजी करते हैं कल्याण – रत्ना प्रिया
शीघ्र प्रसन्न हो, भक्तों को जो देते हैं वरदान | शिवजी करते हैं कल्याण, शिवजी करते हैं कल्याण || फूल, पत्र व दूध गंगाजल सहज है शिव को भाते ,…
दोहावली – देव कांत मिश्र ‘दिव्य
करिए वंदन शंभु का, लेकर पूजन थाल। उनकी महिमा है बड़ी, उनका हृदय विशाल।। शिव के पावन नाम का, गाएँ नित गुणगान। निश्छल मन में कीजिए, शुचिमय चिंतन-भान।। शिव शिव…
वीणा को बजाइए – मनु रमण चेतना
शारदे भवानी मैया,भंवर में मेरी नैया, करि कृपा मेरी नाव,पार भी लगाईये। श्वेत वस्त्र धारिणी मां,विद्या वर दायिनी हो , सुमति को देनेवाली,कुमति नसाईये। चरणों की आस लगी,दर्शन की प्यास…
मंदाक्रांता छंद – कुमकुम कुमारी “काव्याकृति
हे वागीशा, हृदय तल से,तुझे माँ मैं बुलाऊँ। आ जाना माँ, सुन विनय को,आस तेरे लगाऊँ। है ये वांछा, चरण रज को,भाल से माँ लगाऊँ। देना माता,शुभवचन ये,गीत तेरे रचाऊँ।…
हे स्वर की देवी माँ – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
हे स्वर की देवी माँ, वाणी मधुरिम कर दो। मैं दर पर आया हूँ, शुचि ज्ञान सुमति वर दो।। इंदीवर पर राजित, है श्वेत हंस वाहन। वेदों की जननी माँ,…
भारत-वंदना – मुकेश कुमार मृदुल
तेरी माटी रोली – चंदन भारत भूमि तुझे शत वंदन सुषमाओं से है संपूरित देव यहां पर हुए अवतरित मुनियों के तप से है उन्नत धरा तू है मानव का…
देशभक्ति के रंग – रत्ना प्रिया
सेऩाओं की गौरव – गाथा, सबको याद जुबानी हो, देशभक्ति के रंग – रॅगा अब, हर इक हिंदुस्तानी हो | हम इस धरती के प्रहरी, भारत मां का सम्मान करें,…
राम मंगल गीत – नीतू रानी
मंगलमय दिन आजु हे रघुवर छथि आओल, जागल भाग्य हमार हे मन कमल फूलाओल। मंगलमय दिन ——–। रघुवर संग में सिया सुकुमारी संगे लक्षमण भाई हे , देखी नैन जुड़ाओल…