संकट के बादल जब छाए, वीरों ने हुँकार लगाया। दुश्मन के सीने पर हमने , हर बार तिरंगा लहराया।। याद करो वह सिंहासन, गोरी को जिस पर थर्राया। ये उसी…
Category: Bhakti
For the attainment of God in the world, for the welfare of the person, one has to do spiritual practice for salvation. For this, Bhakti is the best. Therefore, devotion to God and having prayer and meditation is called Bhakti.
सनातन धर्म – गिरीन्द्र मोहन झा
धर्म जिसे कहते हैं। वह सनातन, शाश्वत, परित: है। धर्म वह है, जिससे हो, सबका सर्वांगीण विकास। सद्गुणों को धारण करे, फैले उच्च आदर्श का उजास। सनातन धर्म सहिष्णुता, प्रेम,…
मानव-जीवन और सत्संग – राम किशोर पाठक
विधा ➖ धत्तानन्द छन्द (११/७/१३) १. जीवन यह अनमोल, भजिए राम, कृपालु है वही सब पर। भाव-भक्ति से बोल, सीता राम, चले आते हैं सुन कर।। २. संत-संग में आज,…
प्रार्थना – संजय कुमार
खुशियाँ न देना तू इतनी प्रभु कि दुखियों के गम पर हँसने लगूँ ऊँचाई न देना तू इतना प्रभु कि धरती मुझे नीची लगने लगे शक्ति भी इतना न देना…
ॐ ब्रम्ह का स्वरूप – डॉ स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या
संगीत प्रकृति का ॐ सुनो, अनहद का यह नाद सुनो। खुद में खुद के होने का भी, सुर सुंदर ओंकार सुनो। कहाँ शुरू यह जीवन होगा, अंत कहाँ है प्राण…
अहिंसा के पुजारी महावीर- अमरनाथ त्रिवेदी
जैन धर्म के महापर्व के सुखद अवसर को हम जानें । २४ वें तीर्थंकर भगवान महावीर को , हम सभी भक्ति भाव से मानें । कुंडलपुर में भगवान महावीर का…
कबीर फिर ना आना इस देश- अवनीश कुमार
रंजिशे बढ़ने लगी है अब इस देश में बात-बात में धार्मिक उन्माद का आतंक दिखने लगा है अब इस देश में हिंदू मुस्लिम लड़ पड़ते हैं अपने हीं देश में…
कालरात्रि माँ- रूचिका
माँ कालरात्रि संकट दूर करो देवी त्रिनेत्री। रोग नाशिनी, दया करो माँ दुर्गे जग तारिणी। जय चामुंडा, साहस भर देती जग कल्याणी। अष्टभुजी माँ, चंड मुंड विनाशिनी आदि भवानी।…
नौ रूपों में दुर्गा माता – अमरनाथ त्रिवेदी
नौ रूपों में दुर्गा माता की पूजा, परम पावन दुर्गा पूजा कहलाती है। नौ दिनों के निरंतर तपश्चरण से, हृदय में अपार श्रद्धा उमड़ आती है ।। प्रथम पूजा होती …
माँ कात्यायनी- डॉ स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
ऋषि कात्यायन की हे सुता, यह दर्प तुम्हारा अद्भुत है। यह रूप तुम्हारा अद्भुत है, सौंदर्य तुम्हारा अद्भुत है। ज्योति द्युति प्रकृति अद्भुत, अनुराग तुम्हारा अद्भुत है। महिषासुर मर्दनी…