प्रेम जहाँ पग-पग मिलता देश हमारा सबसे न्यारा , लगता कितना प्यारा है ! जग के सारे देशों से , इसे प्रभु ने अधिक सँवारा है ! जग के …
Category: Bhawna
माँ तुम कितनी अच्छी हो – नीतू रानी
माँ तुम कितनी अच्छी हो। माँ माँ तुम कितनी अच्छी हो सब कुछ मेरा करती हो, जब मैं गंदा होता हूँ मुझे रोज स्नान कराती हो। माँ तुम कितनी ——–२।…
अब सुबह हुई जागो- स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
अब सुबह हुई जागो क्या ऐसी सुबह होगी, जब दोष शमन होगा? इस रात का अंधियारा,जब जड़ से खतम होगा, घर घर की इक बाला, बालक भी सम होगा। क्या…
जगन्नाथपुरी रथयात्रा – राम किशोर पाठक
जगन्नाथपुरी रथ-यात्रा- दोहें उत्कल प्रदेश में चलें, जहाँ ईश का धाम। शंख- क्षेत्र, श्रीक्षेत्र है, उसी पुरी का नाम।।०१।। युगल मूर्ति प्रतीक बने, बसे यहाँ अभिराम। श्री जगन्नाथ पूर्ण हैं,…
सारे जग में नाम होगा उसी का – अमरनाथ त्रिवेदी
सारे जग में नाम होगा उसी का सारे जग में नाम होगा उसी का , जिसके कर्मों से भाग्य जुड़ेगा सभी का । जो हर कदम पर अपना और पराया…
भरना इन्हें उड़ान है – प्रदीप छंद गीत – राम किशोर पाठक
भरना इन्हें उड़ान है – प्रदीप छंद गीत बच्चों को हम बच्चा मानें, देना उनको ज्ञान है। नहीं बोध है इनमें ज्यादा, भरना इन्हें उड़ान है।। कहते कोरा कागज उनको,…
आज से स्कूल है जाना – सखी छंद – राम किशोर पाठक
आज से स्कूल है जाना – सखी छंद पाकर पावस की बूँदें। है कहती अखियाँ मूंँदें।। प्रेमा चाह रही सोना। देर रुकें तो क्या होना।। मौसम खूब लगे प्यारा। गर्मी…
आओ कर लें योग – सरसी छंद गीत – राम किशोर पाठक
आओ कर लें योग – सरसी छंद गीत जीवन है अनमोल मनुज का, मिले विविध संयोग। रहना है नीरोग हमें तो, आओ कर लें योग ।। गीता में श्रीकृष्ण कहें…
पिता समान कोई नहीं जग में – अमरनाथ त्रिवेदी
पिता समान कोई नहीं जग में पिता शक्ति है ; पिता भक्ति है , पिता ही जीवन का आधार है । पिता से बढ़कर कुछ भी नहीं , वह सब…
भारत देश हमारा है – मृत्युंजय कुमार
भारत देश हमारा है। यह भारत देश हमारा है। सब देशों से प्यारा है।। हिंदु, मुस्लिम, सिक्ख, इसाई। मिल-जुलकर रहते हम सब भाई।। दिल्ली है इसकी राजधानी। बड़ी खुबसूरत है…