राही को जो राह दिखाए, गिरते को ऊपर उठाए, कच्ची मिट्टी से घड़े बनाए, धार उनकी कुंद बनाए, अपनी बिना परवाह किए, छात्रों का भविष्य बनाए, मुसीबत आने पर भी,…
Category: padyapankaj
Through Padyapankaj, Teachers Of Bihar give you the chance to read and understand the poems and padya of Hindi literature. In addition, you can appreciate different tastes of poetry, including veer, Prem, Raudra, Karuna, etc.
छोटी सी – धीरज कुमार
एक छोटी सी उम्मीद पर.. हम बड़े – बड़े काम कर जाते है। एक छोटी सी सफलता की रौशनी में…. सफल हो कर हर काम पूरा कर लेते है। एक…
अनोखा रिश्ता – किरण कुमारी
भगवान तेरा खेल निराला, एक एक कहानी है अधूरा। हर फूल में खुशबू नहीं महकता, सभी भाइयों को बहना नहीं होता। खुदा से मिला जिनको यह तोहफा, हर रिश्ता से…
शिक्षक – रूचिका राय
अनगढ़ माटी का गढ़ आकार देते है, शिक्षक है मुश्किलों से उबार देते है उनसे ही सीखा है जीवन कैसे चलायें, वह हौसलों का हमे औजार देते है। वह पथप्रदर्शक…
रक्षा-बंधन – रत्ना प्रिया
रेशम की डोरी में गुंफित, भाई-बहन का प्यार | श्रावण लेकर आया पावन, राखी का त्यौहार || नारी माँ, भगिनी, पुत्री है, संस्कृति का श्रृंगार है, शील, क्षमा, ममता करूणा…
रक्षाबंधन का संकल्प – विवेक कुमार
प्रेम और विश्वास का प्रतीक, स्नेह और दुलार बड़ा ही नीक, अदभुत अनोखा अटूट बंधन, मस्तक पर धारित तिल चंदन, जैसे आकाश और गगन, वैसे भाई और बहन, जैसे धूप…
गज़ल – विनय कुमार ‘ओज
चाँद की भूमि पर यान भारत का है, छू लिया है गगन मान भारत का है। |1| चाँद पर हैं लिखे गीत कवि- कल्पना, “चाँद मुठ्ठी में” नवगान भारत का…
गुरु भगवान – जैनेन्द्र प्रसाद रवि
मृत भुवन में मैं था कब से भटक रहा, जीवन बदल गया जब पाया गुरु ज्ञान। रोज कुछ छाँटकर, प्यार पुष्प बाँटकर, सब की ख्याल रखते मान अपनी संतान। माता…
उर भरी यही चाह – एस.के.पूनम
रात-दिन इंतजार, कर थकी नहीं आँखें, खानपान छोड़ कर,माता ताक रहीं राह । बीत गए कई साल, आया नहीं कभी खत, वत्स-वत्स याद कर,भर रहीं नित्य आह। उसे पालीं यत्न…
उर भरी यही चाह – एस.के.पूनम
रात-दिन इंतजार, कर थकी नहीं आँखें, खानपान छोड़ कर,माता ताक रहीं राह । बीत गए कई साल, आया नहीं कभी खत, वत्स-वत्स याद कर,भर रहीं नित्य आह। उसे पालीं यत्न…