भूखी प्यासी चल रही, साँवली सलोनी नारी, ठौर न ठिकाना कहीं,आशियाना आसमान। जननी पुकारे कोई, नभ तले मिली सोई, अपना न सुत-पुत,कैसे करे अभिमान। तपी है कंचन काया, करुणा से…
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Through Padyapankaj, Teachers Of Bihar give you the chance to read and understand the poems and padya of Hindi literature. In addition, you can appreciate different tastes of poetry, including veer, Prem, Raudra, Karuna, etc.
मेरी कलम बहुत छोटी – नीतू रानी
मेरी कलम बहुत छोटी लिखती है छोटी और मोटी, रूकने का कभी नाम नहीं लेती अंग्रेजी, हिंदी सबकुछ लिखती। कभी पर्स में कभी जेब में कभी टेबल पर खड़ी वो…
विश्व महावारी स्वच्छता दिवस – नीतू रानी
मेरे स्कूल के बच्चे दिल के बड़े हैं सच्चे। सभी बच्चियाँ मिलकर खेल रही है खेल, कभी अलग हो जाती कभी रहता बहुत है मेल। कभी बनती दुर्गा कभी बनती…
रूपघनाक्षरी – एस.के.पूनम
भोर का आगा़ज कर, शोर करे नभचर, जाग गए नर -नारी,पहुँचे हैं खलिहान । कुदाल है कंधे पर, टोकरी है माथे पर, कीचड़ में सने पैर,काश्तकार पहचान। भूमिपुत्र अन्नदाता, मोहताज…
मनहरण – एस.के.पूनम
क्षितिज पार से आए, क्षितिज पार को जाए, मध्य काल तप्त कर,गोधूलि अस्त रहे। प्रातःकाल मुसकाय, दोपहर झुलसाय, तप कर वसुंधरा,कुंदन बन सहे। तरू डाल सूख कर, पत्ते गिरे रूठ…
उपदेश देते हैं – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
विषय:-उपदेश देते हैं विद्या :-मनहरण घनाक्षरी छंद फैशन में पड़कर, सुध-बुध खोते युवा, चेहरा नकली और काले केश होते हैं। समय के अनुरूप, होता नहीं पहनावा, तन में वसन भेष,…
मन कहे वाह वाह – एस.के.पूनम
🙏कृष्णाय नमः🙏 विधा:-रूपघनाक्षरी (मन कहे वाह वाह) हरी-भरी घास पर, ओश करे जगमग, प्रकृति की छटा देख,मन कहे वाह-वाह। रवि कहे धरनी से, होना है निडर सखि, धूप-छाँह होते-होते,कटते हैं…
कर्मनिष्ठ – कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”
जिन्हें विश्वास हो खुद पर, सदा आगे वो बढ़ जाते। करते कर्म की पूजा,कर्मयोगी वो कहलाते। नहीं करते शिकवा वो,नहीं कोसते हैं नियति को। बनाकर राह पर्वत में,दशरथ मांझी बन…
उपदेश देते हैं – एस.के.पूनम
🙏कृष्णाय नमः🙏 विधा:-मनहरण विषय:-उपदेश देते हैं बाल कृष्ण सखा संग, बन कर गुरु अंग, रहकर कुटिया में,गुरुमंत्र लेते हैं। बैठे हैं शिखर पर, भव बाधा पार कर, मझधार से निकलें,नैया…
वटसावित्री – नीतू रानी
हे बहिना पिया लय केलौं वटसावित्री त्योहार हे, खायके अरबा फलाहार हे ना। हे बहिना——-२। पिया संग गेलौं हम बाज़ार किनलौं साड़ी ,चूड़ी लाल, हे बहिना संगे किनलौं सोना के…