राखी का त्योहार सावन में इन्द्रधनुषी रंग है राखी का त्योहार सप्त ऋषियों के ज्ञान को समेटे राखी का त्योहार सप्त तुरंग की दौड़ हैं जैसे राखी का त्योहार फूलों…
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Through Padyapankaj, Teachers Of Bihar give you the chance to read and understand the poems and padya of Hindi literature. In addition, you can appreciate different tastes of poetry, including veer, Prem, Raudra, Karuna, etc.
चलो चलें स्कूल की ओर-विजय सिंह “नीलकण्ठ”
चलो चलें स्कूल की ओर जागो बच्चो हो गई भोर चिड़ियाँ मचा रही है शोर जल्दी-जल्दी तैयार होकर चलो चलें स्कूल की ओर। बैग में सभी किताबें रख लो साथ…
मानव जीवन-देव कांत मिश्र
मानव जीवन मानव जीवन बड़ा धन्य है इसे हम बताते चलें। अपने सत्कर्मों से नित इसे हम सजाते चलें।। देखो! बड़े भाग से मिला यह सुन्दर मानुष तन। अपने शुभ…
संभव नहीं – ब्रजराज चौधरी
संभव नहीं छोड़ दें हर कुछ बस अपनी ही खुशी के लिए ये तो संभव ही नहीं है ,हर किसी के लिये। माना कि घर में ही रहना है…
गुरु हैं जग के सोपान-अश्मजा प्रियदर्शिनी
गुरु हैं जग के सोपान गुरुवर के सानिध्य में बनते हम महान न रहते नादान, देते आशिष बनाते सुल्तान गुरूवर देते हमें अनुपम सकल ज्ञान हमारी नादानी का करते निदान…
रोटी-प्रियंका प्रिया
रोटी इस दो जून की रोटी की खातिर नीयत करते सब खोटी, वाकई रोटी चीज नहीं छोटी।। क्या कहूँ इस पापी पेट के लिए क्या क्या सितम उठाना पड़ता है,…
चतुर लोमड़ी-अशोक कुमार
चतुर लोमड़ी कौआ मामा बहुत चतुर, भूख से थे मजबूर। वह निकले गाँव की ओर, रोटी का टुकड़ा मिला जरूर। टहनी पर बैठकर खाना चाहा, इतने में आ गई लोमड़ी…
माँ जीवन का आधार-स्वाति सौरभ
माँ जीवन का आधार तू त्याग का प्रतीक है, तू जीवन का संगीत है तू धरा स्वरूप है, तू नारीशक्ति रूप है। तू निराशा में भी आशा है, जिसकी नहीं…
नये भारत की शक्ति- भवानंद सिंह
नये भारत की शक्ति चाईना अब होगा बर्बाद पंगा लिया है भारत के साथ, भारत के आगे सब झुकता है चीन की क्या है औकात । चीन से मेरा है…
ठनका वज्रपात-अपराजिता कुमारी
ठनका वज्रपात मानसून आ चुका है, बच्चों ! काले काले बादल घिर आए कड़ कड़ कड़ कड़ बिजली कड़की यह बज्रपात ठनका भी हो सकती है। ऐसे में रखनी कुछ…