राखी-गिरिधर कुमार

स्नेहसिक्त प्रेम अमोल यह बन्धन प्यारा बस अनमोल भीगी आंखें हैं बहना की भाई मूक विह्वल है यह पावन पुनीत पूजा है इस रिश्ते से धरती धवल है इस युग…

पिता-भोला प्रसाद शर्मा

पिता  पिता जैसा कोई वरदान नहीं पिता जैसा कोई महान नहीं पिता हम आपकी निन्दिया है चमकाती माँ की बिन्दिया है पिता हँसता हुआ फूल है रक्षा कवच बना त्रिशूल…

लक्ष्य-रूचिका

लक्ष्य लक्ष्य जीवन का सदा एक बनाइये, अपने लक्ष्य की पूर्ति में जुट जाइये। मेहनत कभी जाया नही जाता बच्चों, मेहनत को ही अपनी आदत बनाइये। रोज के अभ्यास से…

खामोशी अतीव वाचाल- अर्चना गुप्ता

  खामोशी अतीव वाचाल देख अवनि की गमगीन -सी सूरत खामोशी आज हुई अतीव वाचाल धुआँ- धुआँ सी है बनी जिन्दगी जाने किस घड़ी हो किसका काल भयाक्रांत मनुज क्षण-क्षण…

संरक्षण-विजय सिंह नीलकण्ठ

संरक्षण माता के संरक्षण में  छोटे बच्चे पलते हैं तो  पिताजी के संरक्षण में  बच्चे अनुशासित बनते हैं। शिक्षक गण के संरक्षण में  शिक्षा की ज्योति जलाते हैं  फिर गुरुजी…

बाल मजदूर विरोध-अश्मजा प्रियदर्शिनी

बाल मजदूर विरोध अपने बचपन को खोता कितना वह लाचार मलिन सी काया, दुर्बल छवि, जीर्ण-शीर्ण आकार  अत्यंत आवश्यक प्यासे को पानी भूखे को आहार मांसाहार नहीं, उसे भोजन मिल…