चलो नेह का दीप जलाएँ- किशोर छंद – राम किशोर पाठक

चलो नेह का दीप जलाएँ- किशोर छंद चलो नेह का दीप जलाएँ, कैसे भी। सबसे मिलकर स्नेह बढ़ाएँ, कैसे भी। क्षमा भाव को मन में लाएँ, कैसे भी। सबको अपना…

शिक्षक – राम किशोर पाठक

शिक्षक शिक्षा दे सदा, मान इसे निज धर्म। छात्र समर्पित हो जहाँ, करता अपना कर्म।। शिक्षक साधक सा सदा, करे साधना रोज। कंटक पथ चलता हुआ, भरे छात्र में ओज।।…

गुरु पग गहकर

गुरु पग गहकर- सुपवित्रा छंद वार्णिक हम-सब हरपल, सफल यहाँ हैं। सबल प्रबल बन, मगन जहाँ हैं।। सरस सहज सब, गजब कहाँ है। हितकर गुरु जब, सजग वहाँ है।। पथ…

तुम्हें जो सिखाए – राम किशोर पाठक

जलाए सदा दीप आओ बताए। उन्हें मान देना तुम्हें जो सिखाए।। सदा हाथ थामें तुझे जो बढ़ाया। उसे याद लाओ कहो क्यों भुलाया।। सदा शीश आगे उन्हीं के झुकाना। सिखाया…

शिक्षक तेरी सत्य कहानी – डॉ कार्तिक कुमार

शिक्षक तेरी सत्य कहानी   शिक्षक तेरी सत्य कहानी, हाथ में लेखनी आंख में पानी। जीवन  बिता विज्ञानी वाणी, सुनो अपनी सरल कहानी। पुरानी पेंशन हाथ ना आनी, बुढ़ापे मैं…

हम शिक्षक राष्ट्र प्रणेता हैं – राम किशोर पाठक

हम शिक्षक राष्ट्र प्रणेता हैं हम शिक्षक राष्ट्र प्रणेता हैं। हम पल-पल के अध्येता हैं।। हम ही समाज के नेता हैं। दुख दर्द सभी के क्रेता हैं।। हम नवल राह…