राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस- राम किशोर पाठक

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस अंतरिक्ष की बात अलग है, इसकी सीमा ज्ञात नहीं। धरती अम्बर संग मिलें तो, बदले कुछ हालात कहीं।। अगणित तारें ग्रह नक्षत्र, नभ में दिखते रहते हैं।…

रोग का निदान- रामपाल प्रसाद सिंह ‘अनजान’

रोग का निदान! आइए हवा भरे। संग-संग में चरे।। भागते विहान में। शांत आसमान में।। ∆ स्वेद पूर्ण देह से। मित्र के सु-नेह से।। रोम प्राणवान है। रोग का निदान…

भारत के अग्निवीर – गीत – राम किशोर पाठक

भारत के अग्निवीर – गीत शूर वीर हैं धरती के हम, लिखते हौसलों से तकदीर। हम पीछे हटना क्या जानें, हम हैं भारत के अग्निवीर।। गद्दारों पर मेरी रहती, पैनी…

भ्रष्टाचार – तमाल छंद गीत – राम किशोर पाठक

भ्रष्टाचार – तमाल छंद गीत किया सभी ने सद्कर्मों से, बैर। भ्रष्टाचार जहाँ फैलाया, पैर।। मुश्किल करना होता अब तो, काम। जीवन का अब अंग बना है, दाम।। चाहत सबकी…

उपयोगी वृक्ष – कर्ण छंद – राम किशोर पाठक

उपयोगी वृक्ष – कर्ण छंद तरुवर का रखकर ध्यान, सदा जीवन को सुखमय पाते। देकर इनको हम मान, धरा को पावन करते जाते।। तरुवर हैं जीवन मूल, यहाँ अबतक जिसने…

एक अनोखी प्रेम कहानी- गीत- राम किशोर पाठक

एक अनोखी प्रेम कहानी- गीत युग पुरुष एक ऐसा देखा, देखी जिसमें अलग रवानी। आओ तुमको याद दिलाए, एक अनोखी प्रेम कहानी।। गया गहलौर में जन्में थे, दशरथ मांझी गुमनाम…

राष्ट्र गान हम गाएँ – मुक्तामणि छंद गीत – राम किशोर पाठक

राष्ट्र गान हम गाएँ – मुक्तामणि छंद गीत बच्चों में उत्साह को, भरने आगे आएँ। मन हर्षित हो झूम ले, राष्ट्र गान हम गाएँ।। आजादी के पर्व को, हम-सब आज…

पुष्पित हिंदुस्तान है – महाधरणी छंद गीत – राम किशोर पाठक

पुष्पित हिंदुस्तान है – महाधरणी छंद गीत नमन शहीदों को करें, वीरों का बलिदान है। जिनके पावन त्याग से, पुष्पित हिंदुस्तान है।। हाल बुरा सबका यहाँ, अंग्रेजों के काल में।…

यह दिन पाया खास है – प्रदीप छंद गीत – राम किशोर पाठक

यह दिन पाया खास है – प्रदीप छंद गीत देश हमारा आजादी में, चैन हमारे पास है। कुर्बानी को देकर हमने, यह दिन पाया खास है।। अमन रहे नित चमन…