नारी-सोनी कुमारी कुशवाहा

Soni

नारी

नारी सृष्टि का आधार।
नारी से ही है जगत का कल्याण।।

नारी बिना सूना है, ये सारा संसार।
बिना नारी चले न एक भी काम।।

प्रेम, दया की मूरत वह, त्याग की है खान।
हर रिश्ते की ताकत, सब की मिसाल।।

उठा ले पुस्तक, कलम यही तेरी ताकत महान।
अपने पंख खुद लगाकर तू भर नई उड़ान।।

अपने सपनों को पूरा कर, ज्ञान ही सर्वोत्तम मान।
तू ही दुर्गा, तू ही सरस्वती, तू ही काली महान।।

नारी तेरी महिमा का गुणगान करे सारा संसार।
“जय नारी शक्ति”

सोनी कुमारी कुशवाहा

मध्य विद्यालय अखलासपुर

भभुआ, कैमूर (बिहार)

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