यदि श्रृंगार के पीछे दर्द छुपा कर जीना ही ठीक होना होता है तो, हाँ, ठीक हूँ मैं। यदि काजल की रेखा खींच आँसुओं की नदी के लिए बाँध…
सड़क सवारी और सुरक्षा – अमरनाथ त्रिवेदी
वादा करें अपने दिल से , न कभी गाड़ी तेज चलाएँगे। इससे जान जोखिम में पड़ती, बिना हेलमेट कभी न बढ़ाएँगे।। तेज चलाते हैं जब गाड़ी , तो उसके…
जीवन मार्ग – सुरेश कुमार गौरव
जीवन की ये कटु सच्चाई है कि असफलताओं के बिना प्रगति नहीं। चढ़ते-चढ़ते गिरकर फिर उठना, सँभलकर कदम आगे को बढाना। अनुशासन है जीवन की प्रगति, जो न माने…
वह मासूम-सी कली- मनु रमण
माता- पिता की दुलारी , भाई- बहनों की प्यारी। बड़ी मेहनत से थी वो पढ़ी , सब गुणों से खुद को गढ़ी। हासिल कर अपने लक्ष्य को , करना…
अविरल – शिल्पी
उम्र जो थी चुनने की भविष्य एक वह चुनता रहा कबाड़ बीनता रहा कचरा इतर किसी सुगंध-दुर्गंध के भेद के भांति किसी कर्मठ कर्मयोगी के। आशंका- अनुशंसा या किसी संशय…
गीता ज्ञान- ब्यूटी कुमारी
रणभूमि में धनुष त्याग रथ के पीछे बैठ गए अर्जुन। भगवान बोले नपुंसकता को त्याग युद्ध के लिए खड़ा हो जा अर्जुन। गोविंद से कह युद्ध नहीं करूँगा चुप हो…
दोहावली – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
दिव्य पर्व जन्माष्टमी, प्रकट हुए घनश्याम। गले सुशोभित हार में, लगते हैं अभिराम।। भाद्र पक्ष की अष्टमी, मथुरा कारावास। कृष्ण लिए अवतार जब, छाया सौम्य उजास।। मथुरा कारागार जब, कृष्ण…
गीत- डॉ. स्वाराक्षी स्वरा
जीना है दुश्वार यहाँ अब, जीना है दुश्वार नाव फँसी है बीच भँवर में, कृष्ण लगा दो पार। मन की चिड़ियाँ ने सोचा था, पंख पसारूँगी। नील गगन जा इंद्रधनुष…
श्रीकृष्ण जन्म- गिरीन्द्र मोहन झा
शूरसेन के पुत्र थे महामना वसुदेव, शरीर से थे वे मानव, गुणों से वे देव, उनकी पहली आदरणीया भार्या रोहिणी, थी वह पतिपरायणा, थी धर्मचारिणी, सत्यनिष्ठ, कर्त्तव्यपरायण थे कंस के…
गीता ज्ञान- मधु कुमारी
रणभूमि में धनुष त्याग रथ के पीछे बैठ गए अर्जुन। भगवान बोले नपुंसकता को त्याग युद्ध के लिए खड़ा हो जा अर्जुन। गोविंद से कह युद्ध नहीं करूँगा चुप हो…