शहीदों का सपना- राम किशोर पाठक

शहीदों का सच तब सपना होगा। विश्व गुरु भारत जब अपना होगा।। आयेगी तुफानें पर हम न घबरायेंगे, देश के गद्दारों को धूल हम चटायेंगे, दुश्मन को सरहद से हटना…

आजादी की शान तिरंगा – मीरा सिंह ‘मीरा’

हम सबकी पहचान तिरंगा है। आजादी की शान तिरंगा है। वीरों का जयगान तिरंगा है। देश की आन-बान तिरंगा है।। है यही संकल्प हमारा, झुके नहीं यह ध्वज हमारा। पूरब-पश्चिम,…

आजादी – गुड़िया कुमारी

गुलामी की जंजीर तोड़कर हमने आजादी पाई थी, नए जोश और नई जवानी फिर से भारत में आई थी। पराधीनता की छाया बनकर दुश्मन घर में आया था, राष्ट्रभक्ति, समर्पण…

गीतिका – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’

संत शिरोमणि कवि तुलसी की, महिमा गाते जाइए। पावन निर्मल भक्ति-भाव को, हृदय बसाते जाइए। रामचरितमानस अति सुंदर, ज्ञान-विभूषित ग्रंथ है, विनत भाव से प्रतिदिन पढ़कर, ज्ञान बढ़ाते जाइए। दोहे…

प्रतिकृति – रत्ना प्रिया

मातृ-भक्ति का मुझे मिला, जो प्रसाद नौनिहाल का, नूतन दिवस है मेरी प्रतिकृति के दसवें साल का। नन्हीं कली का मधु-स्पंदन, मेरी कोख में आया था, उस क्षण की अनुभूति…

रूप घनाक्षरी- जैनेन्द्र प्रसाद ‘रवि’

यहाँ नाग पंचमी में, पूजे जाते नागदेव, शंकर पहनते हैं, बनाकर गले हार। स्वार्थ के हो वशीभूत, मदारी पकड़ते हैं, जहर निकालने को, लोग करते शिकार। अनेक शिकारी होते, इसके…

दोहावली – कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”

देवाधिदेव महादेव दया सिंधु शिव जी सदा,करते हैं कल्याण। जो भी आते हैं शरण,पाते वो वरदान।। बाबा भोलेनाथ को, पूजे जो नर-नार। पाकर नित आशीष को,करते निज भव पार।। सावन…