दोहा – राम किशोर पाठक

दोहा जैसे ही रचना हुई, दोहा-छंद प्रधान। वैसे ही मिलने लगा, लोगों से सम्मान।।०१।। दोहा-मात्रिक छंद है, सुंदर मनहर-गेय। मैं तो बौद्धिक मंद हूँ, साध रहा यह ध्येय।।०२।। चार-चरण में…

बचपन – बाल गीत – राम किशोर पाठक

    बच्चे मिलकर जश्न मनाए। धमा चौकड़ी धूम मचाए।। अनुपम हर क्षण है जीवन का। सफर सुहाना है बचपन का।। हरपल प्यारा सबका न्यारा। लेकर खुशियों की यह धारा।।…

बाल गीत, रामपाल प्रसाद सिंह

बाल गीत मैं तो माॅंग सकूॅंगा बचपन। आकर कोई पूछे हमसे,जो चाहो मैं दे दूॅंगा। मैं तो माॅंग सकूॅंगा बचपन,और नहीं कुछ भी लूॅंगा।। इतनी दुनिया गंदी होगी, मुझको ना…

करवा चौथ -रामपाल प्रसाद सिंह

करवा चौथ देवी धरोहर पार्वती जय,जय देवी पांचाली की। आज करें विनती हम मिलकर,पुण्य बहाने वाली की।। पाकर कथा शुभंकर शिव से,शिवा लिए धरती आई। गंगधार-सी कल-कल छल-छल,धरा पुण्य भरती…

छात्रों की वित्तीय साक्षरता – अवधेश कुमार

छात्रों की वित्तीय साक्षरता ज्ञान का मंदिर है विद्यालय, सीखो यहाँ जीवन के विभिन्न पहल । सिर्फ अंक नहीं, समझो ये बात, धन का प्रबंधन भी है अनोखा खेल। बचत…

भगदड़ का अभ्यास -रामकिशोर पाठक

भगदड़ का अभ्यास खड़े अभ्यास में बच्चे लगे मोहक सभी सच्चे किया है प्रश्न कुछ कच्चे हुए हलकान क्यों जच्चे। उन्हें मालूम करना है सदा क्या ध्यान रखना है कही…