जाओ कोरोना अपने घर-रानी कुमारी

जाओ कोरोना अपने घर जाओ कोरोना अपने घर स्कूल हमें बुलाती है। टनटनाती घंटी की याद हमें बहुत सताती है। फूलों वाली फुलवारी तो सपनों को सजाती है पर सपनों…

स्कूल बंद है फिर भी-रंग है बाकी अब भी-गिरिधर कुमार

स्कूल बंद है फिर भी हाँ आज भी बंद है स्कूल लेकिन हमारे सपने अब भी कहाँ बंद है हौसले हमारे पुरजोर हैं हमने दे रखी है हवाओं को चुनौती…

लक्ष्य प्राप्ति हेतु मैंने न विश्राम किया-नूतन कुमारी

लक्ष्य प्राप्ति हेतु मैंने न विश्राम किया उम्मीद की लौ जला कर, जिंदगी को किया उजाला, हर व्यूह को भेद कर, संघर्ष का लिया निवाला, हरसंभव कोशिश को मैंने है…

जिंदगी-देव कांत मिश्र दिव्य

ज़िन्दगी  छोटी-सी ज़िन्दगी को यूँ न गवाँना है। इसे नित नई खुशियों से सजाना है।। ज़िन्दगी में आएँगे कभी खुशी तो कभी ग़म डटना है सामने पर नहीं इससे घबराना…

पर्यावरण हमारा आवरण-अपराजिता कुमारी

पर्यावरण हमारा आवरण 🌳🦋 🌳💦🦁🐯🌊🌪🦋🐤🦆🐱🐭🐋🦀🐬🦂🐌🦆🐤🐂🐄🦌🐪🦒🐫🐳🐿🦋🌳 🌳प्रकृति हम सब की माँ जैसी हम सब का आवरण पर्यावरण भौतिक, रासायनिक और जैविक सबको समष्टिगत करता पर्यावरण🦋 🌲सूक्ष्मजीवाणु, कीड़े, मकोड़े सभी जीव,जंतु पेड़-पौधे,…

आत्मनिर्भर-डाॅ. अनुपमा श्रीवास्तव

आत्मनिर्भर बिना सहारे जीवन “पथ पर “ चलता है जो अपने सामर्थ्य पर जिसे भरोसा अपने कर्म पर वही तो है जग में “आत्मनिर्भर “। नन्ही सी “चिड़िया” को देखो…