भगदड़ का अभ्यास
खड़े अभ्यास में बच्चे
लगे मोहक सभी सच्चे
किया है प्रश्न कुछ कच्चे
हुए हलकान क्यों जच्चे।
उन्हें मालूम करना है
सदा क्या ध्यान रखना है
कही भगदड़ न करना है
हुआ भगदड़ न डरना है।
सदा बचकर हमें रहना
सभी साथी रहे अपना
नहीं जीवन बने सपना
हमें बस है यही कहना।
बताया शांत रहते हैं
सदा ही धैर्य रखते हैं
तभी तो हल निकलते हैं
सुरक्षित अंग बचते हैं।
दिखाया साथ में सबको
बताया खास था सबको
बचाना है सदा खुद को
लिए हों साथ में सबको।
रचयिता:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978
0 Likes
