दुश्मन के नापाक इरादे – ताटंक छंद
दुश्मन के नापाक इरादे, सफल नहीं हो पायेंगे।
बुरी नजर से देखेगा गर, दृष्टिहीन कर आयेंगे।।
अगर राष्ट्र पर वार करेगा, पल में प्रलय मचायेंगे।
बांध तिरंगा सर पे हम फिर, दोजख में पहुँचायेंगे ।।
दुश्मन को दुश्मन की भाषा, में हीं सबक सिखायेंगे।
भारत माता की जय कहकर , युद्ध भूमि में जायेंगे।।
बेटी व्योमिका सोफिया बन, उनको धूल चटायेंगे।
दुश्मन के नापाक इरादे, मिट्टी में मिल जायेंगे।।
अस्त्र-शस्त्र की कमी नहीं है, नाम निशान मिटायेंगे।
दुश्मन को हम मार गिराके ,अमन शांति ले आयेंगे।।
सेना कितनी पराक्रमी है, दुश्मन को दिखलायेंगे।
प्यारा भारत वर्ष हमारा, यह जग को बतलायेंगे।।
चूड़ी बिंदी क्या होती है , दुश्मन को बतलायेंगे।
चुटकी भर सिंदूर है शक्ति, ये अरि को दिखलायेंगे।।
मनु कुमारी
, विशिष्ट शिक्षिका, मध्य विद्यालय सुरीगाँव, बायसी पूर्णियाँ,बिहार