आओ बात करें उन दिनों की सुनो रे मुनिया, सुनो री चुनिया मत सोचो छोड़ो घबराना, शरमाना हिचक – झिझक सब छोड़ खुलकर ” माहवारी पर “ करेंगे…
Author: madhukumari
वक़्त हीं तो है गुजर जाएगा-मधु कुमारी
वक़्त हीं तो है गुजर जाएगा वक़्त हीं तो है, गुज़र जाएगा जो आज है भयावह मंजर यकीन…