वापस कर दो सुखी बनाकर…RPS अनजान

अरिल्ल छंद चार चरण में 16 16 मात्रा पदांत 211/122वापस कर दो सुखी बनाकर।@@@@@@@@@@बादल छाए नभ के ऊपर।सोनू मोनू भाग चलो घर।।मौसम कितना है मनभावन। फिर से लौट गया है…

मौन संगीत.. डॉ अजय कुमार “मीत”

मौन पड़ी मन वीणा को भावों ने झंकृत कर डालाजग उठे मौन से संगीत। कोरे कागज पर लेखनी दौड़ीआड़े-तिरछे अक्षर उभरेनिकल पड़े भावों से गीत। हृदय जाग भावों को छूआमिल…

आह्वान…विजय शंकर ठाकुर

सवेरे उठकर जल्दी जाओ,लोकतंत्र का पर्व मनाओ।       भैया भौजी, चाचा आओ,        दादा दादी को भी लाओ।मतदाता पर्ची को लेकर,कतार में सभी खड़े हो जाओ।         वोट प्रतिशत को तो बढ़ाओ,          संशय…

गर्व से हिंदू कहे तो..रामपाल प्रसाद सिंह

सुमेरु छंद (10,9)1222 12, 22 122 गर्व से हिंदू कहे तो। घटा घनघोर नभ,छाई कहाॅं से।गई थी लौट कर,आई कहाॅं से।।हजारों रश्मियाॅं, लाचार अब हैं।लगा सूरज जरा,बीमार अब हैं।। मगर…

किसानों की बेचैनी..जनेंद्र प्रसाद रवि

कार्तिक है बीत रही,रबी अभी लगी नहीं,आसमां में काले घन, दिखा रहे नैन हैं। खेतों में   तैयार  धान, आती नहीं खलिहान,तब तक हलधर, रहते बेचैन हैं। डर है बादल  कहीं-…

बाल कविता आओ मिलकर छठ करें..अवधेश कुमार

अस्ताचल सूरज को, हम सब ही प्रणाम करें,उगते सूरज और छठ माता की पूजा, सच्चे मन से करें। संध्या अर्घ्य की रौशनी, जीवन में लाएँ,मन की सारी इच्छा, छठ में…

चुनावी जुमला..जनेंद्र प्रसाद ‘रवि’

वादे करते हैं सभी, पूरा करते न कभी,जुमला साबित होता, आया हर बार है। धर्म का सहारा ले के,जाति की दुहाई दे के,सामने से हाथ जोड़े, आता उम्मीदवार है। नौकरी …

भाई दूज…नीतू रानी

कार्तिक के महीना भरदूतिया के अछी शोर,जहिना एथिन भैया हम लागब हुनका गोअर। गाए गोबर लाए अंगना निपाएब अरबा चौर पीसी हम ऐरपन बनाएब,ताहि पर देब लाल सिंदूरक ठोपजहिना एथिन…