बाल गीत – नीलिमा कुमारी

खेलोगे कूदोगे होगे खराब। पढ़ोगे लिखोगे होगे नबाब। अब यह बात पुरानी है। लिखनी नयी कहानी है। अब खेलों की बारी है। रूकना मत कोशिश जारी है। खेल खेल में…

चहक -अशोक कुमार

चहक उठे सब बच्चे, जैसे चिड़िया चहकती। नित्य विद्यालय जाना, जैसे मन मचलता।। खेल खेल में शिक्षा, हमें आनंदित करे। विद्यालय जाने के लिए, हमें प्रेरित करे।। भयमुक्त वातावरण में,…

बकरी का बच्चा-नीतू रानी

बकरी का बच्चा नदी किनारे बकरी का बच्चा चरने निकला घास, अगल -बगल से आ रही थी कुछ कुत्तों की आवाज। आवाज सुनकर बकरी का बच्चा दौड़कर गया मम्मी के…

पीहु रानी – नीतू रानी

पीहु रानी मेरी प्यारी पीहु रानी, मीठी है तुम्हारी वाणी। चुपके से मेरे रुम में घुसकर, मेकअप का सब‌ समान चुराती। कभी आॅ॑खों में काजल लगाती, कभी होंठों में लिपीस्टिक…