पेड़ बीज को अंकुरित होने में भी लगता है संघर्ष, पौधे धीरे-धीरे बढ़कर हो जाते हैं पेड़, यह पतझड़-वसंत-ग्रीष्म-वृष्टि-शीत, सबको सहता है, सबका आनंद लेता है, उचित समय के अनुसार,…
Category: Bhawna
हिंदी भाषा की गरिमा – राम किशोर पाठक
हिंदी भाषा की गरिमा को, उच्च शिखर पहुँचाना होगा। हिंदी के प्रति जन-मानस में, प्रेम अटूट जगाना होगा।। रामचरित रचकर तुलसी मान बढ़ाएँ। हिंदी भाषा की गरिमा को अपनाएँ।। घर-घर…
विश्वकर्मा पूजा
विश्व रंगमंच में नवल कृति सेविश्वकर्मा जी महान है ।उनकी कृपा दृष्टि से हीदमकता यह सकल जहान है । महिमा है उनकी सारी धरती पर ,वही जीवन के अरमान हैं…
हिन्दी का महत्व
प्यारी हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा, सबकी प्यारी है मेरी हिंदी भाषा। सारे जग में इसकी शान निराली, हिन्दी भाषा प्यारी मेरी मतवाली।। हिंदी भाषा भारत की है पहचान, जगत…
नारी एक कल्पना – बिंदु अग्रवाल
हाँ !मैं कल्पना हूँउस परमपिता परमेश्वर की,जिसने मुझे यह स्वरूप दिया,साथ ही दिया एक कोमल हृदय। सहनशक्ति दी धरती सी,और पवन सा वेग दिया।एक मूक वाणी देकर,इस कठोर जगत में…
जब से आया स्टेफ्री- नीतू रानी
जबसे आया स्टेफ्री,लडकियाँ हो गई बिल्कुल फ्री। न लेना पड़ता है उसे कोई कपड़ा,छूट गया कपड़ा लेने का लफड़ा। बदलती है दिन में दो स्टेफ्री,न रहती है वो अब डरी-…
हिंदी – सार छंद
हिंदी – सार छंद सागर सी है गहरी भाषा, प्रेम जगाने वाली। इसके अंदर ज्ञान छुपा है, सुंदर सुखद निराली।। संस्कृत की बेटी हिंदी है, अति मनहर सी भाषा। वधु…
मत बांधो मेरे पंखों को – बिंदु अग्रवाल
मत बाँधों मेरे पँखों को,मुझे उन्मुक्त गगन में उड़ने दो।अभी जरा बचपन है बाकी,मदमस्त पवन सी बहने दो। अभी उमर चौदह की केवल,अभी मुझे पढ़ना है।अभी तो चलना सीखा मैंने,अभी…
जीवित्पुत्रिका व्रत
जीवित्पुत्रिका व्रत माता निर्जल व्रत करे, सुखी रहे संतान। महाकाल को पूजती, जो लेते संज्ञान।। एक दिवस उपवास का, कोटि विधि स्वीकार। सुखमय मेरा लाल हो, करती सदा विचार।। भाँति-भाँति…
राष्ट्रीय हिंदी दिवस – दोहे
राष्ट्रीय हिंदी दिवस – दोहे भाषा मधुरिम सरल सी, जन-मानस की चाह। रस अलंकार से युक्त है, रखती शब्द अथाह।।०१।। शब्द समाहित कर रही, हरपल सिंधु समान। स्वाद सभ्यता की…