इस माटी की शान बढ़ाएँ-दिलीप कुमार गुप्ता

 इस माटी की शान बढाएँ  जलाकर स्वदेशी सुगंधित गुलाल लगाएँ पतंग उड़ाकर स्वदेशी स्वाभिमान का तिरंगा फहराएँ आओ! स्वदेशी अपनाएँ इस माटी की शान बढाएँ । लाखों हाथों को काम…

अच्छी आदत-भवानंद सिंह

अच्छी आदत आओ बच्चो तुम्हें बताएँ अच्छी आदत तुम्हें सिखाएँ, सुबह सबेरे उठना अच्छा सुनलो इसको सारे बच्चा। उठकर नित्यक्रिया हो आओ साबुन से तुम हाथ धुलाओ, खाने के पहले…

गोरैया की आत्म व्यथा-अपराजिता कुमारी

गौरैया की आत्मव्यथा मैं हूँ चुलबुली सी गौरैया स्थिर नहीं मैं रह पाती हूंँ, चहक चहक कर फुदक फुदक कर परिस्थितियों के अनुकूल ढल जाती हूँ। मैं हूँ चुलबुली सी…

योग-नीभा सिंह

योग अगर स्वस्थ रहना है सबको, जीवन सफल बनाना सबको, तो योग करें भाई क्यों करें, अपने को निरोग करें। सूर्योदय से पहले उठकर, नित्य कर्म से निवृत्त होकर, खुली…

पुस्तक-अश्मजा प्रियदर्शनी

पुस्तक पुस्तक हस्त विराजे सरस्वती के समान। यह सर्वश्रेष्ठ मार्गदर्शक, जीवन में है प्रधान। वर्तमान, भूत, भविष्य का ये करता बखान। शाश्वत जगत, ब्रह्मांड का ये देता है दिव्य ज्ञान।…

किसान-सूर्यप्रकाश

किसान धरती है मेरी माता, पिता को माना आसमान, है मेरी यही परंपरा, है मेरी यही शान I हाँ मै भी हूँ एक किसान I भरता हूँ दुनियाँँ का पेट,…