माँ! केवल माँ नहीं है वो, घर का दीया है, दीये की बाती है, चूल्हे की आग है, तवे की रोटी है, घर का द्वार है, द्वार की चौखट…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
अनोखा व्रत करवा चौथ – अमरनाथ त्रिवेदी
करवा चौथ का व्रत, हर वर्ष में एक बार आता है । सुखद स्मृतियों के सुभग तान से, यह जीवन धन्य कर जाता है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में…
करवा चौथ- रत्ना प्रिया
सुख, समृद्धि, सौभाग्ययुक्त यह करवा-चौथ त्यौहार है, दांपत्य के मधुर प्रेम का, प्रेम पूर्वक उपहार है। गणेश, गौरी का पूजन करके, रजनीपति को ध्यायें हम, विघ्नहर्ता को शीश झुकाकर सुख-सौभाग्य…
सत्प्रवृत्ति के सोपान – अमरनाथ त्रिवेदी
कर्त्तव्य हमारे ऐसे हों नित , जहाँ मन की मलिनता न छाए। सदुपयोग, अधिकार का ऐसे करें , जहाँ अहंकार तनिक भी न आए। परहित धर्म कभी न छोड़ें ,…
कहतीं रहीं अम्मा – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
तुम हाथ साफ रखना, यह कहतीं रहीं अम्मा, स्नान- ध्यान करना, कहतीं रहीं अम्मा। अब आ गया जमाना हम भूल गए थे, वो सब बड़ी शिद्दत से, कहतीं रहीं…
जीवन के रास्ते – रूचिका
अँधेरी रात के बाद आती उम्मीदों भरी सुबह, हर हाल में जीवन के तू सदा मुस्कुराता रह, वक़्त का पहिया अनवरत घूमता रहता है, किंतु-परंतु छोड़ अपनी बातों को…
कर्म-पथ- सुरेश कुमार गौरव
जिस पथ में चला सदा सत्य है यह कर्म-पथ उतार तो कहीं चढ़ाव का है ये जीवन सु-पथ। जीवन के हर मोड़ पर जिनको भी देखा सदा वो पूरा भी…
परिश्रम – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
अगर चाह हो कुछ करने की, करें नित्य श्रम का सम्मान। श्रम के आगे झुकते सारे, पूरे होते लक्ष्य महान।। एकलव्य के श्रम को देखें, वीर धनुर्धर हुआ महान। मल्लाहों…
प्यारे थे गाँधी- एम. एस. हुसैन ‘कैमूरी’
सत्य अहिंसा के पुजारी थे गाँधी सादगी में जीवन गुजारे थे गाँधी। एक सूत्र में बांँध भारतवासी को, स्वतंत्रता का संग्राम छेड़े थे गाँधी। गुजरात राज्य के पोरबंदर नामक गाँव…
देश के सच्चे सपूत- अमरनाथ त्रिवेदी
देश में एक ऐसे लाल हुए, जो देश के कर्णधार बने। अपनी निष्ठा अपनी बुद्धि से, वे यशस्वी सूत्रधार बने ।। ऐसे सपूत लाल बहादुर का, जीवन दुखों में बीता …