शिक्षक अशिक्षित को जो शिक्षित कर दे, ज्ञान से तम को हर ले, दृढ. आशा की किरण देकर, सुपथ पर ले जाते हैं। वह शिक्षक कहलाते हैं। शिक्षक दिनकर-सा…
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अमूल्य इनका मोल-एस.के.पूनम
विधा:- रूप घनाक्षरी (अमूल्य इनका मोल) मिला के कदम ताल, कर दिये बुरा हाल, मचा गया हाहाकार,हुई जब कई गोल। विपक्ष को चुभा शूल, कर बैठा कई भूल, अहंकार से…
प्राकृतिक आपदा -जैनेन्द्र प्रसाद ‘रवि’
रूप घनाक्षरी छंद में कभी-कहीं बाढ़ आए, कभी तो सुखाड़ आए, सड़कें मकान सारे, हो जाते हैं जमींदोज़। पहाड़ चटक रहे, बादल भी फट रहे, हर साल कोई नई, आफत…
शिक्षक क्या है?
शिक्षक क्या है? ज्ञान का दीपक जलाने वाला, तीसरी आँख का दाता, सही दिशा दिखाने वाला। बच्चे उसे लेकर चलते, जीवन का लक्ष्य खोजते, क्या करना, क्या सोचना, संस्कारों की…
नयी शिक्षा नीति
शिक्षा का अधिकार सभी को, सहज सुलभ से मिल पाए। अब खाना पूर्ति न हो केवल, कौशल भी अपना विकसाए।। उम्र सापेक्ष शिक्षण उत्तम, सबके मन को हम हर्षाए। यही…
मनहरण घनाक्षरी विधान – राम किशोर पाठक
मनहरण घनाक्षरी विधान घोटक की चले टाप, आठ-आठ पग नाप, पद को बनाए आप, तुकांत बखानिए। आठ पग चले तीन, चौथी चलें सात गिन, चार पद रचें लीन, चरण…