युग का प्रभाव..जैनेन्द्र प्रसाद ‘रवि’

मनहरण घनाक्षरी छंद में *******************मूर्ति को तो माता कह- आरती      उतारते  हैं,अपनी माता को कटु, बोलते वचन हैं। घर पर   कमरे  में- पेड़ पौधे लगाते हैं, कारखाने हेतु रोज, कटते…

वंदे मातरम् – गीत – राम किशोर पाठक

वंदे मातरम् – गीत भारत वासी दिल के अच्छे, चाहत सदा स्वच्छंद है। वंदे मातरम् गीत सुंदर, गाना सबको पसंद है।। वंदे मातरम्। वंदे मातरम्। बंकिम चन्द्र चटर्जी इसकी, रचना…

याद बहुत वह आती है

याद बहुत वह आती है- गीत (१६-१४) मस्ती में जो कुछ पल बीते, अब हमको तड़पाती है। बचपन बीता जिन गलियों में, याद बहुत वह आती है।। सुबह-सवेरे बगिया जाकर,…

मतदान

मतदान – गीत (१४-१२) सुबह-सुबह ही जाएँगे, करते सब तैयारी। करना है मतदान हमें, सोच रहे नर-नारी।। भोर हुई जागे सारे, काम सभी निपटाएँ। आस पास को बोल रहे, चलो…

मतदाता -नीतू रानी

विषय -मतदान। शीर्षक -सब मिलकेअ मतदान हे हे बहिना चलअ करै लय सब मिलकेअ मतदान हे, तब करिहअ जलपान हे ना। ग्यारह केअ करबै सब मतदान सबसे बरका छीयै ई…

मतदाता जागरूकता मृत्युंजय कुमार

मतदाता जागरूकता….आओ मतदान करे हम। आओ मतदान करे हम, लोकतंत्र का सम्मान करे हम। वोट डालना है अधिकार हमारा, इसको नही है जाया करना। छोड़ो सब काम-धाम,बूथ पर पहुंच करो…

रचना- कुंडलिया – राम किशोर पाठक

रचना – कुंडलिया रचना मनहर हो तभी, दे सुंदर संदेश। मात शारदे की कृपा, भरती भावावेश।। भरती भावावेश, शब्द शुभ अंतस आते। लिखना हो आरंभ, पूर्ण सहसा हो जाते।। मौन…