दोस्ती का अर्थ बचपन में समझ न आया दोस्ती का अर्थ क्या है ? हम उनसे प्यार करते रहे वे हमपर अहसान करते रहे बात बात पर लड़ना झगड़ना शिक्षकों…
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पावस की यह रात सुहानी – प्रदीप छंद गीत- राम किशोर पाठक
पावस की यह रात सुहानी – प्रदीप छंद गीत बदल रहा है रंग धरा का, अच्छा होगा मान लो। पावस की यह रात सुहानी, बन जाएगी जान लो।। नारायण को…
राष्ट्र गान हम गाएँ – मुक्तामणि छंद गीत – राम किशोर पाठक
राष्ट्र गान हम गाएँ – मुक्तामणि छंद गीत बच्चों में उत्साह को, भरने आगे आएँ। मन हर्षित हो झूम ले, राष्ट्र गान हम गाएँ।। आजादी के पर्व को, हम-सब आज…
वीर जवान सरहद पर जाते- स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
वीर जवान सरहद पर जाते तन मन जगमग हो जाता है, नमन कोटिशः सब मिल गाते। मातृभूमि पर मर मिटने को, वीर जवान सरहद पर जाते। बूढ़ी माँ के आँचल…
पुष्पित हिंदुस्तान है – महाधरणी छंद गीत – राम किशोर पाठक
पुष्पित हिंदुस्तान है – महाधरणी छंद गीत नमन शहीदों को करें, वीरों का बलिदान है। जिनके पावन त्याग से, पुष्पित हिंदुस्तान है।। हाल बुरा सबका यहाँ, अंग्रेजों के काल में।…
हर घर तिरंगा- विजय शंकर ठाकुर
:- हर घर तिरंगा -: पूछ मत ,पगले कहां पर है ,तिरंगा, शोभता है आज तो हर घर तिरंगा। घूम ले अब गांव या फिर शहर ही तू, हर जगह…
बलिदानियों के दम पर – अमरनाथ त्रिवेदी
बलिदानियों के दम पर कर लें कितनी भी कोशिश ,वह कोशिश नहीं है भाती । हो न दिल में जुनून जब तक अपना रंग नहीं जमाती । बलिदानियों के दम पर…
यह दिन पाया खास है – प्रदीप छंद गीत – राम किशोर पाठक
यह दिन पाया खास है – प्रदीप छंद गीत देश हमारा आजादी में, चैन हमारे पास है। कुर्बानी को देकर हमने, यह दिन पाया खास है।। अमन रहे नित चमन…
स्वदेश पर मिटनेवाले- रत्ना प्रिया
स्वदेश पर मिटनेवाले स्वतंत्र, समुन्नत देश के हम, नागरिक कहलाते हैं। स्वदेश पर मिटनेवाले को, श्रद्धा-सुमन चढ़ाते हैं। सन् सत्तावन याद करो, प्रथम आजादी संग्राम को, जन-जन को झकझोरा जिसने,…
आजादी हमने है पाई – प्रदीप छंद गीत – राम किशोर पाठक
आजादी हमने है पाई – प्रदीप छंद गीत भारत की धरती शोणित कर, तन-मन लहूलुहान से। आजादी हमने है पाई, अपनों के बलिदान से।। हाल बुरा था अपना हरपल, हम-सब…