हिंदी दिवस आया आज है, सब भाषा पर इसका राज है। मातृभाषा कहलाती है, देश का मान बढाती है। अपनी बोली, अपनी भाषा, लगती बड़ी सुहानी है। विदेशी भाषा भी…
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हिंदी हमारी धड़कन है – एम.एस. हुसैन ‘कैमूरी’
हिन्दी है पहचान हमारी यही हमारी धड़कन है। हिन्दी में ही मैं पला – बढ़ा इसी को सबकुछ अर्पण है।। कार्यालय या सचिवालय हो, हिन्दी में ही , उसके…
संस्कृत की संवाहिका हिंदी – कुमकुम कुमारी
दूसरों का अवश्य हम गुणगान करेंगे, पर सर्वप्रथम खुद का हम जयगान करेंगे। दूसरी भाषा का भी सम्मान करेंगे, पर हिन्दी को सर्वप्रथम प्रणाम करेंगे। क्योंकि हिन्दी ही हमारी…
हिंदी हिन्दुस्तान की- संजय कुमार
हिंदी हिंदुस्तान की गौरव राष्ट्र के आत्मसम्मान की, सुरभित वाटिका हूँ मैं भाषारूपी बागान की, मैं हिंदी हिंदुस्तान की। राजभाषा का दर्जा है मेरी आन और शान भी, है…
अद्भुत है हिंदी की भाषा – रामकिशोर पाठक
अद्भुत है हिन्दी की भाषा, राष्ट्र शक्ति प्रेरित अभिलाषा, जो लिखें वो बोलें हम, हृदय भाव को तौलें हम, दूसरी भाषा के शब्दों को, विदेशज रूप रस घोलें हम,…
भारत माँ का गहना हिन्दी- हर्ष नारायण दास
हिन्दी के बिन्दी को मस्तक पर नित सजा चमकाएँगे, सर आँखों पे बिठाएँगे। यह भारत माँ का, गहना है। हिन्दी मेरा ईमान है, हिन्दी मेरी पहचान है।। हिन्दी हूँ मैं…
हिंदी – अवनीश कुमार
भारतवासियों के भावों की अभिव्यक्ति हिंदी। जन- जन, गण- गण, मन-मन में पुष्पित पल्लवित हिंदी।। सुजलाम सुफलाम् मलयजशीतलाम्, शस्यश्यामलाम् मातरम् हिंदी। अलंकारों में कंगन सी खन-खन खनकती हमारी हिंदी।।…
हिंदी राष्ट्रभाषा- रूचिका
हिंदी मेरी जुबान हिंदी मेरी पहचान, कभी भावनाओं के ज्वार थामे, कभी जज्बातों को दे पहचान। हिंदी मेरी जुबान। कल्पनाओं के जो महल बनाई, दर्द की तीव्रता जब…
किसने रोका है – गिरीन्द्र मोहन झा
अंधेरा घोर घना है, एक बत्ती जलाने से किसने रोका है? प्रदूषण है यदि बहुत अधिक, एक पेड़ लगाने से किसने रोका है? निराशा है चारों ओर, उर में उत्साह…
मेरी अभिलाषा – डॉ स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’
अभिलाषा अहर्निश है मेरी संताप हरने की। जीवन में सत्य सुन्दर और अतुलित प्राण भरने की। समर्पित इस धरा को तम से आजाद करने की। अभिलाषा अहर्निश है मेरी संताप…