बेटी पर मुझको नाज़ है मेरी बेटी मेरे सर का ताज है गर्व है मुझे खुद पर की, एक बेटी के हम बाप है। जबसे मेरे घर आई बेटी मेरी…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
बेटी-संध्या
बेटी बेटी मेरी प्यारी-सी, अनमोल और न्यारी-सी। मेरी चाहत मेरा प्यार, बेटी मेरी, मेरा अभिमान। बड़े भाग मेरे जो वो मेरे जीवन मे आई, भाग्य बदल गया सौभाग्य में। जब…
हिन्दी से प्रेम कर-मनु कुमारी
हिन्दी से प्रेम कर बिन्दी से सुन्दर लगे, ज्यों नारी का रूप हिंदी से मनहर लगे, भारत भाल स्वरूप।। मानवता की माँ कहूँ, सहज स्नेह की खान। हिंदी का इस…
बेटी पर है नाज-विवेक कुमार
बेटी पर है नाज बेटी पर है नाज, बेटी ही विश्वास, बेटी घर की साज, करती है सब काज, दो कुलों को संवारती है बेटी, पापा की पाग सजाती है…
अशोक कुमार-बेटियां
बेटियां बेटा बेटी में कोई फर्क नहीं, उनका जीवन है एक समान। उन्हें एक अवसर दे करके तो देखो, बेटा से कम नहीं है बिटिया जहान।। बाल विवाह पर रोक…
प्यारी बिटिया-ब्यूटी कुमारी
प्यारी बिटिया बिटिया है घर घर की शान करो नहीं इसका अपमान। चंदा सी उजियारी बिटिया फूलों सी है प्यारी बिटिया। अब बिटिया भरेगी उड़ान करो नहीं इसका अपमान। घर…
आ रही रवि की सवारी-मधु कुमारी
आ रही रवि की सवारी आ रही रवि की सवारी जाग गई है दुनियां सारी गूँज रही विहगों की किलकारी…
दोस्ती सद्भाव प्रेम का नाता है-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
दोस्ती सद्भाव प्रेम का नाता है जो मुसीबतों में साथ खड़ा रहे वही सच्चा साथी कहलाता है सुख-दुःख के तो हैं साथी हम वह ऐसा परिचय बतलाता है। दोस्ती की…
चिड़िया की सीख-जैनेन्द्र प्रसाद रवि
चिड़िया की सीख सुबह सुबह को छत पर मेरे, एक छोटी चिड़िया आती है। रोज फुदक कर दाना चुगती, जीवन का पाठ पढ़ाती है।। जीवन में संघर्ष बहुत है, हार…
गिरकर उठना सीख लें-लवली वर्मा
गिरकर उठना सीख ले मुसीबतों की दौड़ में, तू मुस्कुराना सीख ले। बेशक मिले ठोकरे तुझे, गिरकर उठना सीख ले। गिरकर उठना सीख ले।। मार्ग तेरे हैं कठिन, जीत पर…