नशा मुक्ति धूम्रपान अपनाएंगे, कुशल से नहीं रह पाएंगे। जन-जन की यही पुकार, नशा को करो दरकिनार।। सारी कमाई नशे में लगाओगे, बच्चों को नहीं पढ़ा पाओगे।। नशा का लत…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
उचित व्यवस्था है संविधान-सुरेश कुमार गौरव
उचित व्यवस्था है संविधान देश का संविधान भारत के लोगों का है जरुरी विधान इससे ही होता है हम भारतीयों के सभी जरुरी निदान। जब अंग्रेजी सत्ता वापस हुई तब…
मद्य निषेध-ब्यूटी कुमारी
मद्य निषेध धूम्रपान तंबाकू मदिरा का पान कहलाता है मद्यपान नशा पान से धन संबंध सेहत का होता नाश। नशा से शरीर हो जाता खोखला क्षणिक आनंद कर देता बर्बाद।…
भारतीय संविधान-रीना कुमारी
भारतीय संविधान आओ बच्चों करें हम आदर अपने संविधान का, कभी न करें हम निरादर अपने संविधान का। करते आए हैं हम आदर अपने राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान का, यूं ही…
मद्य निषेध-ब्यूटी कुमारी
मद्य निषेध धूम्रपान तंबाकू मदिरा का पान कहलाता है मद्यपान नशा पान से धन संबंध सेहत का होता नाश। नशा से शरीर हो जाता खोखला क्षणिक आनंद कर देता बर्बाद।…
बाल अधिकार-ब्यूटी कुमारी
बाल अधिकार शिक्षा पोषण प्यार है बाल अधिकार बाल श्रम बाल दुर्व्यवहार का हो उन्मूलन। खुलकर बचपन को जीने दो यह अधिकार हमारा है। हम बच्चे हैं भेदभाव से दूर…
जन चेतना-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
जन चेतना चलें साथियों हम सब मिलकर जनहित को समर्पित काम करें कदम बढ़ाएं देशहित के खातिर ऐसा ही कुछ प्रण अनुष्ठान करें। कुछ पल की है ये सुहानी जिंदगी…
पेड़ पौधे हैं जरुरी-सुरेश कुमार गौरव
पेड़ पौधे हैं जरुरी धरती पर पेड़-पौधे को हमेशा ही उगाईए जीवन पारिस्थितिक तंत्र को भी बचाईए ! 🌲 देते फल-फूल, औषधि, जरुरी जड़ी-बूटियां आक्सीजन देती है इसे अपना मित्र…
चाचा नेहरू-विवेक कुमार
चाचा नेहरू निश्छल निर्मल स्वर्ण धरा पर, कोमल संग मुस्कान लिए, कच्ची मिट्टी सा मन है जिसका, भविष्य जिसके भाल है, नव निर्माण का जो आधार, जिसके मन भांप बजाते…
नेहरु जी-नीतू रानी “निवेदिता”
नेहरु जी आज है 14 नवंबर का दिन आज के दिन हैं बड़े महान, आज हीं जन्म लिए नेहरू जी आपके लिए गाते जय गान। जब आप थे माता के…