रावणी गुण- राम किशोर पाठक

हत्या चोरी आचार यौन । झूठी वाणी रहना न मौन।। भाषा विभक्त-कारी कठोर। धारे लालच लोभ घनघोर।। कारण प्रभाव देता नकार। व्यर्थ गपशपी सदा व्यवहार।। ईर्ष्या क्रोध घृणा से प्रवीण।…

युग का प्रभाव- जैनेन्द्र प्रसाद रवि

गुरुजनों की भी नहीं,छूते हैं चरण कभी,कहीं दूर जाने वक्त, कहते हैं गुड-वाय। बड़ों को प्रणाम हेतुजोड़ते हैं हाथ नहीं,एक दूसरे को लोग, करते हैं हेलो-हाय। माता-पिता की भी लोगकरते…

हिंदी भाषा की गरिमा – राम किशोर पाठक

हिंदी भाषा की गरिमा को, उच्च शिखर पहुँचाना होगा। हिंदी के प्रति जन-मानस में, प्रेम अटूट जगाना होगा।। रामचरित रचकर तुलसी मान बढ़ाएँ। हिंदी भाषा की गरिमा को अपनाएँ।। घर-घर…

शिक्षा सुलभ बनाना- राम किशोर पाठक 

विद्यालय कार्यभार लेकर, हैं खोये। कागज में जैसे उलझ गए, हैं रोये।। शिक्षा के नव अंकुर मन में, जो बोये। चक्रव्यूह में फंँसा हुआ सा, है सोये।। सुधार हमें व्यवस्था…

हिंदी दिवस – पूजा कुमारी

हिन्दी हमारी मान है, हिन्दी हमारी शान है।हिन्दी तो पहचान, हिन्दी में बसती जान है। संस्कृति का अनन्त सागर हैजुड़ी है भारत के 14 भाषाओं सेजन-जन की भाषा है, यहदूर…

हिंदी- विजय शंकर ठाकुर

हिन्द की पहचान,हिंदी,राष्ट्र का स्वाभिमान,हिंदी,सकल जगत को यह पता है,सभ्यता की शान,हिंदी।राष्ट्रध्वज का मान,हिंदी,प्यार का आह्वान,हिंदी,चहूं दिशा में शोर है यह,अन्याय पर संग्राम,हिंदी।विकास का उदघोष,हिंदी,विश्व प्रगति परितोष,हिंदी,गर सम्भल जो न…

इंस्पायर्ड अवॉर्ड पैगाम-विवेक कुमार

सुनो सुनो सुनो…………..    लाया हूं एक सुंदर-सा पैगाम,नवाचार में जिला ने किया नाम,देश में पाया पहला मुकाम,मुकाम पा लहराया परचम,बढ़ाया देश में जिले का मान,छात्रों का बढ़ाया अभिमान,पायी उपलब्धि आसान…